जज की फोटो से छेड़छाड़ करके ब्लैकमेल किया गया: राजस्थान पुलिस

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने जज की तस्वीरें उनके सोशल मीडिया एकाउंट्स से डाउनलोड कर उनके साथ छेड़छाड़ करके उन्हें अश्लील बनाया और इन्हें उनके चेंबर व घर पर भेजते हुए बीस लाख रुपये की मांग की. मांग पूरी न होने पर तस्वीरें सार्वजनिक करने की धमकी दी गई थी.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Joe Gratz/Flickr CC0 1.0)

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने जज की तस्वीरें उनके सोशल मीडिया एकाउंट्स से डाउनलोड कर उनके साथ छेड़छाड़ करके उन्हें अश्लील बनाया और इन्हें उनके चेंबर व घर पर भेजते हुए बीस लाख रुपये की मांग की. मांग पूरी न होने पर तस्वीरें सार्वजनिक करने की धमकी दी गई थी.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Joe Gratz/Flickr CC0 1.0)

नई दिल्ली: राजस्थान की एक न्यायाधीश की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करने के बाद उन्हें सार्वजनिक करने की धमकी देते हुए उनसे 20 लाख रुपये देने की मांग की गई. जज द्वारा जयपुर के सदर थाने में शिकायत दर्ज है. पुलिस ने बताया कि महिला की पहचान जाहिर नहीं की गई है.

द प्रिंट की ख़बर के मुताबिक, सात फरवरी को जज के स्टेनोग्राफर को एक व्यक्ति ने एक पार्सल दिया. इस शख्स ने दावा किया था कि वह उस स्कूल से आया है, जहां जज के बच्चे पढ़ते हैं. इस पार्सल में कुछ मिठाई थी और जज की छेड़छाड़ की गई तस्वीरों के साथ एक चिट्ठी थी. इसमें उनसे 20 लाख रुपये देने की मांग की गई थी और मांग पूरी न होने पर फोटो सार्वजनिक करने की धमकी भी दी गई थी.

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने जज के सोशल मीडिया एकाउंट्स से उनकी तस्वीरें डाउनलोड कीं और छेड़छाड़ कर इससे अश्लील फोटोज़ तैयार कर अदालत में उनके कक्ष में भेजा. जज ने इस बारे में शिकायत तब दर्ज करवाई जब 20 दिन बाद ऐसा ही एक पार्सल उनके घर पहुंचा.

पुलिस के अनुसार, इस संबंध में 28 फरवरी को केस दर्ज किया गया था. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की गई है, हालांकि मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने इस मामले में हाईकोर्ट और पुलिस महानिदेशक से सख्त कार्रवाई की मांग की है.

आईएएनएस के अनुसार, साल 2021 में राज्य के बूंदी में एक जिला और सत्र न्यायाधीश को ‘गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी’ और एक अन्य न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा, जो जयपुर बम विस्फोट मामले की सुनवाई कर रहे थे, को धमकी भरी चिट्ठी मिली थी.