चुनावी राज्य कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश के लोग असम आते हैं और हमारी सभ्यता और संस्कृति के लिए खतरा पैदा करते हैं. मेरा इरादा सभी मदरसों को बंद करने का है, क्योंकि हम मदरसे नहीं चाहते. हम स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय चाहते हैं.

हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो साभार: फेसबुक)
नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि वह राज्य में सभी मदरसों को बंद करने का इरादा रखते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह पहले ही 600 मदरसों को बंद कर चुके हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चुनावी राज्य कर्नाटक में बेलगावी में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, ‘बांग्लादेश के लोग असम आते हैं और हमारी सभ्यता और संस्कृति के लिए खतरा पैदा करते हैं. मैंने 600 मदरसों को बंद कर दिया है और मेरा इरादा सभी मदरसों को बंद करने का है, क्योंकि हम मदरसे नहीं चाहते. हम स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय चाहते हैं.’
इस दौरान शर्मा ने हिंदू एकता और गौरव के विचार पर भी जोर दिया और कांग्रेस पार्टी पर जमकर बरसे.
उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में कई लोग हैं, जो गर्व से कहते हैं कि वे मुस्लिम हैं, ईसाई हैं और मुझे इससे कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमें एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है, जो गर्व से कह सके कि मैं एक हिंदू हूं. भारत को आज ऐसे व्यक्ति की जरूरत है.’
#WATCH | Karnataka: There are many people in our country who proudly say they are Muslim, Christian and I have no problem with that but we need a person who can proudly say that I am a Hindu. India needs such a person today: Assam CM Himanta Biswa Sarma in Belagavi pic.twitter.com/IJnCWbdqTP
— ANI (@ANI) March 16, 2023
शर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस ‘आज के नए मुगलों’ का प्रतिनिधित्व करती है.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस आज की नई मुगल है. उन्हें राम मंदिर से आपत्ति है… क्यों? क्या वे मुगलों के बच्चे हैं? वे बाबरी मस्जिद का समर्थन करते हैं, लेकिन राम मंदिर के पक्ष में कभी क्यों नहीं बोलते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘वामपंथी इतिहासकारों ने गलत तरीके से चित्रित किया है कि औरंगजेब ने पूरे भारत पर शासन किया था. लेकिन आज हमें इतिहास को फिर से लिखने की जरूरत है. हमें यह बताना होगा कि शिवाजी महाराज मुगल शासक से 100 गुना अधिक शक्तिशाली थे.’
असम के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वह वामपंथियों और कांग्रेस को बताना चाहते हैं भारतीय इतिहास औरंगज़ेब द्वारा परिभाषित नहीं है. यह बाबर से संबंधित नहीं है. यह शिवाजी, गुरु गोबिंद सिंह जैसे नेताओं का है.
कर्नाटक में चुनाव जल्द ही होने वाले हैं, हालांकि तारीखों की घोषणा अभी बाकी है.
असम में हिमंता बिस्वा शर्मा अक्सर अवैध प्रवासियों से कथित खतरे के बारे में बात करते रहे हैं. आलोचकों का मानना है कि यह बंगाली मुसलमानों के खिलाफ भावनाओं को भड़काने का एक तरीका है.
इस साल जनवरी में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा था कि मदरसों में पढ़ाने वाले असम के बाहर के शिक्षकों को नियमित रूप से थानों में उपस्थित होना पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि असम पुलिस मदरसा शिक्षा को ‘तर्कसंगत’ बनाने के लिए मुसलमानों के साथ काम कर रही है.
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Categories: नॉर्थ ईस्ट, भारत, राजनीति, समाज