राज्यसभा के सभापति को निष्पक्ष होना चाहिए, हमेशा सरकार का गुणगान नहीं करना चाहिए: कांग्रेस

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राहुल गांधी की ब्रिटेन यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि विदेश यात्रा करते समय लोगों को अपना ‘राजनीतिक चश्मा’ पीछे छोड़ देना चाहिए. इसके जवाब में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति होने के नाते उन्हें निष्पक्ष होना चाहिए, हमेशा सरकार का गुणगान नहीं करना चाहिए.

The Vice President, Shri Jagdeep Dhankhar addressing at an event to release the book on Mundaka Upanisad written by Parliamentarian Dr Karan Singh at Upa-Rashtrapati Nivas, in New Delhi on March 9, 2023.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राहुल गांधी की ब्रिटेन यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि विदेश यात्रा करते समय लोगों को अपना ‘राजनीतिक चश्मा’ पीछे छोड़ देना चाहिए. इसके जवाब में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति होने के नाते उन्हें निष्पक्ष होना चाहिए, हमेशा सरकार का गुणगान नहीं करना चाहिए.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़. (फोटो साभार: पीआईबी)

नई दिल्ली: राहुल गांधी के बारे में हालिया टिप्पणी के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि राज्यसभा के सभापति (धनखड़) को निष्पक्ष और तटस्थ होना चाहिए और हमेशा सरकार का ‘गुणगान’ नहीं करना चाहिए.

हाल ही में धनखड़ ने राहुल की हालिया ब्रिटेन यात्रा पर परोक्ष तौर पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि विदेश यात्रा करते समय लोगों को अपना ‘राजनीतिक चश्मा’ पीछे छोड़ देना चाहिए.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को नई दिल्ली में विश्व होम्योपैथी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा था कि राष्ट्र की गरिमा को कम करने के हर प्रयास को विफल किया जाना चाहिए, क्योंकि भारत 2047 में अपनी आजादी की शताब्दी मनाने की तैयारी कर रहा है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ब्रिटेन में उनकी टिप्पणियों के लिए केंद्र सरकार, उसके मंत्रियों और अन्य भाजपा नेताओं द्वारा आलोचना का सामना करना पड़ा था.

धनखड़ के जवाब में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘पहले आप उन्हें यह सलाह दीजिए, जिन्होंने 2015 में यह प्रथा शुरू की थी. फिर प्रवचन दीजिए. दूसरी बात, अध्यक्ष महोदय को निष्पक्ष होना चाहिए, हमेशा सरकार की गुणगान नहीं करना चाहिए.’

 

सोमवार को अपनी टिप्पणी में धनखड़ ने कहा, ‘क्या आपने कभी किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति या विदेशी नागरिक को इस महान लोकतंत्र की यात्रा पर अपने देश की निंदा या आलोचना करते देखा है? जवाब स्पष्ट नहीं है. हम अपने वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य योद्धाओं पर गर्व क्यों नहीं कर सकते और अपने इनोवेशन की तारीफ क्यों नहीं कर सकते?’

उन्होंने कहा, ‘जब भी हम देश से बाहर यात्रा करते हैं, हमें अपना राजनीतिक चश्मा पीछे छोड़ देना चाहिए. यह देश के साथ-साथ व्यक्ति के लिए भी फायदेमंद होगा.’