घटना बीते 4 मई की शाम उत्तर प्रदेश के आगरा में सोहल्ला जाटव बस्ती में तब हुई, जब दलित दूल्हे की बारात वहां से गुज़र रही थी. आरोप है कि उच्च जाति के लोगों का कहना था कि उनके गांव में दलित दूल्हे घोड़ी पर सवार होकर अपनी शादी में नहीं जाते. इसी बात पर दूल्हे और अन्य लोगों की कथित तौर पिटाई की गई.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक 24 वर्षीय दलित समुदाय दूल्हे और अन्य को कथित रूप से पीटने के साथ ‘उच्च जाति’ 20-25 के लोगों द्वारा घोड़ी से नीचे उतरने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है. घटना बीते 4 मई की शाम आगरा में सोहल्ला जाटव बस्ती में हुई.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि दूल्हे की सास गीता जाटव द्वारा 8 मई को की गई शिकायत के आधार पर आगरा सदर बाजार थाने में 25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
अपनी शिकायत में गीता ने कहा कि जब उनकी बेटी की बारात सोहल्ला बस्ती से गुजर रही थी, तो उच्च जाति के 20 से 25 लोगों ने लाठी और लोहे की छड़ से लैस होकर उसके दामाद को घोड़ी से नीचे उतरने के लिए मजबूर किया और उन्हें तथा अन्य लोगों की पिटाई की.
आरोप है कि उच्च जाति के लोगों का कहना था कि ‘हमारे गांव में दलित दूल्हे घोड़ी पर सवार होकर अपनी शादी में नहीं जाते, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?’
गीता ने आगे कहा कि जब राधा कृष्ण मैरिज हॉल में दलित पुरुष दूल्हे और अन्य लोगों के बचाव में आए तो उच्च जाति के पुरुषों ने उन्हें भी पीटा और उन्हें भगा दिया इसके अलावा उन्होंने दलित महिलाओं से छेड़छाड़ भी की.
पुलिस ने कहा कि शिकायत के आधार पर पांच नामजद – योगेश ठाकुर, राहुल कुमार, सोनू ठाकुर, कुणाल और शिशुपाल – और 20 अज्ञात लोगों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचारों पर रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
हालांकि, पुलिस ने कहा कि मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.