मरने से पहले मैं पाकिस्तान देखना चाहता हूं: ऋषि कपूर

अभिनेता ऋषि कपूर ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला का समर्थन करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर हमारा है और पीओके उनका. इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर किए गए ट्रोल.

फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर. (फोटो साभार: फेसबुक)

अभिनेता ऋषि कपूर ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला का समर्थन करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर हमारा है और पीओके उनका. इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर किए गए ट्रोल.

फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर. (फोटो साभार: फेसबुक)
फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर. (फोटो साभार: फेसबुक)

मुंबई: मशहूर अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा है कि वह मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहते हैं और उन्होंने पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (पीओके) के पाकिस्तान का ही रहने के नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला के दावे से भी सहमति जताई.

कपूर ने रविवार को ट्वीट किया, ‘फ़ारूक़ अब्दुल्ला जी, सलाम! आपसे पूरी तरह से सहमत हूं श्रीमान. जम्मू कश्मीर हमारा है और पीओके उनका. सिर्फ इसी तरीके से हम समस्या का हल कर सकते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘इसे स्वीकार करता हूं, मैं 65 साल का हूं और मैं मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे भी अपनी जड़ों को देखें. बस करवा दीजिए. जय माता दी.’

गौरतलब है कि कपूर परिवार का पाकिस्तान के पेशावर में एक मकान है. इसे 1918 से 1922 के बीच पृथ्वीराज कपूर के पिता दीवान बशेरनाथ कपूर ने बनवाया था.

बॉलीवुड अभिनेता ने कहा कि वह फ़ारूक़ अब्दुल्ला के इस दावे से सहमत हैं कि पीओके पाकिस्तान का है और यह नहीं बदलने वाला, चाहे भारत और पाकिस्तान एक दूसरे से कितना भी युद्ध क्यों ना लड़ लें.

गौरतलब है कि बीते शनिवार को जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा था कि आज़ाद कश्मीर की बात करना ग़लत है क्योंकि घाटी भूआबद्ध है और तीन परमाणु शक्तियों- चीन, पाकिस्तान तथा भारत से घिरा हुआ है.

हालांकि इस बयान के बाद ट्विटर पर उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया गया. वैभव देशमुख के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘आपके और आपके बच्चों को पाकिस्तान जाने से कौन रोक रहा है. आपके पास पैसा और कारण दोनों हैं. आपको जो करना है आप करें, लेकिन अपनी भावनाओं की वजह से भारत को क्यों बांटा जाए.’

यशस्वी ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा है, ‘बस आख़िर में पाकिस्तान ज़िंदाबाद लिखना भूल गए.‘’ इसके अलावा इनटॉलरेंट इंडियन ने ट्वीट किया, ‘आपकी पाकिस्तान यात्रा के लिए अगर भारत को पीओके और कश्मीर से अलग होने की ज़रूरत है तो हम आपके लिए सिर्फ यही प्रार्थना कर सकते हैं कि हैपी जर्नी, आप न रहें… पीओके और कश्मीर हमारे थे और हमेशा हमारे रहेंगे. आपको ये अच्छा लगे या न लगे… आपने भारतीयों से मिलने वाला सारा प्यार और आदर खो दिया.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)