असम: पैसे लेकर नौकरी का वादा कर धोखाधड़ी करने वाली भाजपा नेता गिरफ़्तार

मून इंगटिपी पर असम के विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से ठगी करने का आरोप है. वह कार्बी आंगलोंग ज़िले में भाजपा के किसान मोर्चा की सचिव थीं. पार्टी नेताओं ने कहा कि गिरफ़्तारी के बाद उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया.

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(फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स)

मून इंगटिपी पर असम के विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से ठगी करने का आरोप है. वह कार्बी आंगलोंग ज़िले में भाजपा के किसान मोर्चा की सचिव थीं. पार्टी नेताओं ने कहा कि गिरफ़्तारी के बाद उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया गया.

(फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स)

नई दिल्ली: असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता को राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बीते शुक्रवार को यह जानकारी दी.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मून इंगटिपी कार्बी आंगलोंग जिले में भाजपा के किसान मोर्चा की सचिव थीं. पार्टी नेताओं ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया.

कार्बी आंगलोंग जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) नयन बर्मन ने कहा, ‘हमें उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत मिले हैं. हमारी टीम मामले की आगे जांच कर रही है. गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा और हम उनका बयान भी दर्ज करने जा रहे हैं.’

कथित पीड़ितों को अपने जाल में फंसाने के लिए मून इंगटिपी कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य तुलीराम रोंगहांग से लेकर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा तक सत्तारूढ़ भाजपा के तमाम नेताओं का करीब होने का दावा किया करती थीं.

उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के एक समूह ने कहा कि उन्होंने नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिलाने के अपने वादे को पूरा नहीं किया. पीड़ितों ने संकेत दिया कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में लोगों से 9 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की हुई हो सकती है.

राज्य भाजपा ने मून इंगटिपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.