हिंदी मीडियम से होने का मज़ाक उड़ाए जाने पर छात्रा ने आत्महत्या की: मध्य प्रदेश पुलिस

मृतक मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष की छात्रा थी. पुलिस ने बताया कि अपने सुसाइड नोट में छात्रा ने कहा है कि उसने 12वीं तक हिंदी मीडियम के पढ़ाई की थी और इसके कारण इंजीनियरिंग कॉलेज में दाख़िला लेने के बाद कई बार उसका मज़ाक उड़ाया गया था.

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इंदौर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. (फोटो साभार: एएनआई)

मृतक मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष की छात्रा थी. पुलिस ने बताया कि अपने सुसाइड नोट में छात्रा ने कहा है कि उसने 12वीं तक हिंदी मीडियम के पढ़ाई की थी और इसके कारण इंजीनियरिंग कॉलेज में दाख़िला लेने के बाद कई बार उसका मज़ाक उड़ाया गया था.

इंदौर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. (फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने जानकारी दी है कि शहर के एक सरकारी कॉलेज के बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) प्रथम वर्ष के एक छात्रा ने बृ​हस्पतिवार (1 जून) दोपहर हिंदी मीडियम से होने का मजाक उड़ाए जाने के बाद आत्महत्या कर ली.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने यह दावा एक सुसाइड नोट के आधार पर किया है, जिसमें पीड़िता ने कहा है कि उसने 12वीं कक्षा तक हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ाई की और इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के बाद कई बार उसका ‘कॉलेज में मजाक उड़ाया’ गया.

पुलिस ने कहा कि छात्रा ने अपने पहले सेमेस्टर के दौरान पांच विषयों में फेल होने के बाद यह कदम उठाया.

तुकोगंज थाने के नगर निरीक्षक कमलेश शर्मा ने कहा, ‘छात्रा ने एक नोट छोड़ा है जिसमें कहा गया है कि वह पहले सेमेस्टर के पांच पेपर में फेल हो गई थी क्योंकि वह अंग्रेजी नहीं समझ सकती थी और हिंदी मीडियम की छात्रा होने के कारण उसका मजाक उड़ाया जाता था.’

पुलिस ने कहा कि छात्रा यह कहते हुए कक्षाओं में जाने से मना कर दिया था कि उसकी तबियत ठीक नहीं लग रही है, हालांकि बृहस्पतिवार दोपहर में जब उसके रूममेट्स वापस लौटे तो उसे छत के पंखे से लटका पाया.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तुकोगंज पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर ने कहा, ‘खरगोन की छात्रा दीप्ति मंडलोई ने श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआईटीएस कॉलेज) के सरोजिनी नायडू गर्ल्स हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसने कुछ विषयों में ‘एटीकेटी’ प्राप्त की थी जिसका जिक्र उसने अपनी नोट में किया है.’

कॉलेज के निदेशक राकेश सक्सेना ने कहा, ‘दीप्ति की रूम पार्टनर आज (बृ​हस्पतिवार) सुबह करीब 11:30 बजे जब हॉस्टल के कमरे में लौटी तो उन्होंने पाया कि दरवाजा बंद है. दरवाजे से झांककर देखा तो दीप्ति ने फांसी लगा ली थी. उसके बाद हमने पुलिस और मृतक छात्र के परिजनों को सूचना दी.’

शर्मा ने कहा कि इसके बाद उन्होंने घटना की जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी और पुलिस को बुलाया गया. पुलिस ने कहा कि मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.