कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहलवानों के विरोध और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ निष्क्रियता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए हैं. प्रियंका गांधी ने भी पूछा है कि आरोपी पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई है.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहलवानों के चल रहे विरोध और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ निष्क्रियता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करना जारी रखा.
भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा कवच में सांसद सुरक्षित है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘25 अंतरराष्ट्रीय पदक लाने वाली बेटियां सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रही हैं. दो एफआईआर में यौन शोषण के 15 घिनौने आरोपों वाला सांसद प्रधानमंत्री के ‘सुरक्षा कवच’ में महफूज है! बेटियों के इन हालात की जिम्मेदार मोदी सरकार है.’
25 अंतरराष्ट्रीय मेडल लाने वाली बेटियां – सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहीं!
2 FIR में यौन शोषण के 15 घिनौने आरोपों वाला सांसद – प्रधानमंत्री के ‘सुरक्षा कवच’ में महफ़ूज़!
बेटियों के इन हालात की ज़िम्मेदार मोदी सरकार है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2023
एक दिन पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर में उल्लिखित आरोपों का विवरण देते हुए एक रिपोर्ट साझा की और कहा, ‘नरेंद्र मोदी जी, इन गंभीर आरोपों को पढ़ें और देश को बताएं कि आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई है.’
…@narendramodi जी इन गंभीर आरोपों को पढ़िए और देश को बताइए कि आरोपी पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? pic.twitter.com/ayQ0aiszJV
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 2, 2023
मालूम हो कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के ब्योरे में संगीन आरोप सामने आए हैं. अपनी शिकायत में एक पदक विजेता पहलवान ने बताया है कि उन्हें ‘सप्लीमेंट्स’ दिलाने के एवज में सिंह ने यौन संबंध की मांग की थी.
इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट में बताया है कि एफआईआर में सिंह के खिलाफ ‘पेशेवर सहायता के बदले’ सेक्सुअल मांग के कम से कम दो मामले; यौन उत्पीड़न की कम से कम 15 घटनाएं, जिनमें गलत तरह से छूने की करीब दस घटनाएं, छेड़छाड़- जिसमें खिलाड़ियों के स्तनों को हाथ लगाना, नाभि को छूना शामिल है; डराने-धमकाने के कई उदाहरण जिनमें पीछा करना भी शामिल है- का जिक्र किया गया है.
ये एफआईआर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों की शिकायत पर आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और 34 (समान मकसद) और नाबालिग के पिता की शिकायत पर पॉक्सो धारा 10 के तहत दर्ज की गई हैं.
दूसरी एफआईआर में बालिग महिलाओं की शिकायत में भी उन्हें दबोचने, गलत तरह से स्पर्श करने और उनसे जबरदस्ती शारीरिक नजदीकी बनाने की कोशिश की कई घटनाएं दर्ज हैं. कई महिलाओं ने कहा है कि प्रैक्टिस के दौरान सांस लेने का पैटर्न जांचने के बहाने बृजभूषण उनकी छाती और पेट को छूता था.
उल्लेखनीय है कि साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता पहलवान एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बीते मंगलवार (30 मई) को महीने भर से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने सरकार के रवैये से क्षुब्ध होकर अपने पदक गंगा में प्रवाहित करने की बात कही थी. वे इसी दिन हरिद्वार के हर की पौड़ी घाट भी पहुंचे थे, हालांकि किसान नेताओं द्वारा उन्हें कठोर कदम न उठाने के लिए मनाने के बाद पहलवानों ने अपने पदक गंगा में सिराने का फैसला बदल दिया.
इससे पहले 28 मई को साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और अन्य पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था, जब उन्होंने जंतर मंतर रोड पर अपने धरने के 35वें दिन नए संसद भवन तक मार्च करने का प्रयास किया था. पुलिस ने उन पर सुरक्षा बलों के साथ झड़प के बाद दंगा करने का आरोप लगाते हुए मामला भी दर्ज किया है.
उस दिन नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया था और बृजभूषण शरण सिंह समारोह में शामिल हुए थे. संसद के उद्घाटन से पहले विनेश फोगाट ने कहा था, ‘इतना सब होने के बाद भी अगर वह रविवार को संसद में उपस्थित होते हैं तो आप समझ सकते हैं कि देश किस ओर जा रहा है.’