चुनाव में उग्रवादी समूहों से मदद लेने के लिए हिमंता बिस्वा, राम माधव पर एनआईए जांच हो: कांग्रेस

एक विद्रोही कुकी संगठन के अध्यक्ष द्वारा 2019 में गृह मंत्री अमित शाह को लिखे गए पत्र में दावा किया गया था कि 2017 में भाजपा नेता हिमंता बिस्वा शर्मा और राम माधव ने मणिपुर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए उनसे मदद ली थी. कांग्रेस ने पत्र का हवाला देते हुए शर्मा और माधव के ख़िलाफ़ एनआईए जांच की मांग की है.

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हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो: पीटीआई)

एक विद्रोही कुकी संगठन के अध्यक्ष द्वारा 2019 में गृह मंत्री अमित शाह को लिखे गए पत्र में दावा किया गया था कि 2017 में भाजपा नेता हिमंता बिस्वा शर्मा और राम माधव ने मणिपुर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए उनसे मदद ली थी. कांग्रेस ने पत्र का हवाला देते हुए शर्मा और माधव के ख़िलाफ़ एनआईए जांच की मांग की है.

हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को मांग की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उग्रवादी संगठन यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के प्रमुख एसएस हाओकिप द्वारा किए गए खुलासे कि उनके संगठन और कुछ अन्य उग्रवादी संगठनों ने मणिपुर में भाजपा को चुनाव जीतने में मदद की और उनका समर्थन किया था, की जांच करे.

द हिंदू के अनुसार, दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुए संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने यूकेएलएफ प्रमुख द्वारा जून 2019 में कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा एक पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें ‘बंदूकें गायब होने के मामले’ के संबंध में उनके खिलाफ एनआईए जांच में नरमी बरतने की अपील की गई थी. इस पत्र में कथित तौर पर हाओकिप ने गृह मंत्री को याद दिलाने की कोशिश की थी कि उनके संगठन ने 2015 के जिला परिषद चुनाव और फिर 2017 के मणिपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन किया था.

बीते दिनों के मीडिया रिपोर्ट में सामने आए इस पत्र के अनुसार, हाओकिप ने दावा किया था कि उनके संगठन के समर्थन के बगैर ‘राज्य में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार लाना मुश्किल होता.’ हाओकिप का कहना था कि उनसे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और भाजपा नेता राम माधव के साथ उनकी डील हुई थी.

एक प्रेस वार्ता में विद्रोही कुकी संगठन के अध्यक्ष द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा हुआ कथित पत्र दिखाते कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार. (स्क्रीनग्रैब साभार: ट्विटर/कांग्रेस)

गुरुवार को इस पत्र का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘भाजपा के चुनाव जीतने के बाद यूकेएलएफ को गृह मंत्री द्वारा 15 करोड़ रुपये दिए गए थे. शर्मा और माधव दोनों पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और ज्ञात आतंकवादी समूहों के साथ मिलीभगत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘एनआईए को जांच करनी चाहिए कि इन्होंने चुनावों के लिए कुकी मिलिटेंट्स के साथ क्या समझौता किया?’ उन्होंने यह भी जोड़ा, ‘भाजपा का देशद्रोही वाला स्टाइल कमाल का है. पार्टी देश को जलाने का काम कर रही है.’

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि 2019 में इस उग्रवादी कुकी समूह के नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में कहा था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और भाजपा नेता राम माधव ने 2017 में मणिपुर विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बागी कुकी समूहों से मदद ली थी. दोनों नेता उस समय पूर्वोत्तर भारत में पार्टी का प्रभार संभाल रहे थे.

इस खबर के बाद भी कांग्रेस ने सवाल उठाए थे कि क्या यह खुलेआम हमारे राष्ट्रीय हितों से समझौता करना नहीं था? पार्टी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया था कि क्या मोदी सरकार के लिए चुनावी फायदे देश के हितों से कहीं ज्यादा मायने रखते हैं?

उन्होंने यह भी पूछा था कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, मोदी सरकार और भाजपा हिमंता बिस्वा और राम माधव के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे? क्या एनआईए उनके खिलाफ मामला दर्ज करेगी और यदि कोई लिंक मिलता है तो उसकी जांच करेगी ?

तब पार्टी के महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा था कि ‘जो लंबे समय से कहा जाता था आज सच साबित हो गया. यह उसी बात को बल देता है जो मैं हमेशा से कहता रहा हूं- मणिपुर आज भाजपा और आरएसएस की राजनीति के चलते जल रहा है.’

गुरुवार को मणिपुर में हो रही हिंसा का जिक्र करते हुए अजय कुमार ने कहा कि वहां लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खोज रहे हैं.

उन्होंने एक तस्वीर, जिसमें ‘प्रधानमंत्री के लापता’ होने का पोस्टर था, दिखाते हुए कहा, ‘अगर ये साहब मिल गए तो बता दीजिए क्योंकि मणिपुर वालों को ये दिखाई नहीं दे रहे हैं. साहब मिलते ही नहीं हैं… प्रधानमंत्री कहां हैं? उन्होंने अब तक एक शब्द नहीं बोला, एक ट्वीट तक नहीं है! कोई संवेदना भी नहीं है.’

असम में विपक्षी दलों का प्रदर्शन, हिमंता बिस्वा की गिरफ़्तारी की मांग

इस बीच गुवाहाटी में 12 विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और मणिपुर के कुकी उग्रवादी समूह से कथित संबंध को लेकर संयुक्त प्रदर्शन किया.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 12 दलों- कांग्रेस, असम जातीय परिषद, रायजोर दल, सीपीआई, माकपा, सीपीआई (माले), तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, राजद, जद (यू), आप और जातीय दल असम- के नेताओं ने मणिपुर में 2017 के विधानसभा चुनावों में कथित तौर पर कुकी उग्रवादी समूहों की मदद लेने का आरोप को लेकर शर्मा को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार करने की मांग की.

असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा, ‘शर्मा नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हैं. यदि नेडा संयोजक के कट्टरपंथी समूहों के साथ संबंध हैं, तो वह स्पष्ट रूप से आतंकवादियों को पूर्वोत्तर राज्यों में संचालित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. उन्हें नेडा संयोजक का पद फ़ौरन छोड़ देना चाहिए.’