यूपी: भूमाफिया से धमकी मिलने की बात कहने के कुछ महीने बाद पत्रकार को कथित तौर पर गोली मारी गई

उत्तर प्रदेश की उन्नाव पुलिस ने बताया कि घटना बीते 24 जून की रात में हुई. पत्रकार को दाहिने कंधे में चोट आई थी. उन्हें कानपुर रिफर कर दिया गया था. पुलिस अधिकारियों ने इस बात पर संदेह जताया है कि पत्रकार को गोली मारी गई है. बीते मई महीने में पत्रकार के ख़िलाफ़ बलात्कार और धोखाधड़ी के केस दर्ज किए गए थे.

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पत्रकार मन्नू अवस्थी. (फोटो: वीडियोग्रैब)

उत्तर प्रदेश की उन्नाव पुलिस ने बताया कि घटना बीते 24 जून की रात में हुई. पत्रकार को दाहिने कंधे में चोट आई थी. उन्हें कानपुर रिफर कर दिया गया था. पुलिस अधिकारियों ने इस बात पर संदेह जताया है कि पत्रकार को गोली मारी गई है. बीते मई महीने में पत्रकार के ख़िलाफ़ बलात्कार और धोखाधड़ी के केस दर्ज किए गए थे.

पत्रकार मन्नू अवस्थी. (फोटो: वीडियोग्रैब)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में तीन महीने पहले भू​माफियाओं द्वारा धमकी दिए जाने की बात कहने वाले एक पत्रकार को शनिवार (24 जून) को कथित तौर पर गोली मार दी गई. इस घटना में वे घायल हो गए. ​रविवार सुबह उनकी हालत स्थिर होने की सूचना मिली है.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार रात करीब 10 बजे 25 वर्षीय पत्रकार मन्नू अवस्थी कोतवाल पुलिस थाना क्षेत्र के एक इलाके में अपने स्कूटर से जा रहे थे, जब उन पर गोली चलाई गई. दाहिने कंधे के चोटिल होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. वहां से उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया.

पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस बरामद किए हैं.

शनिवार रात पत्रकारों से बातचीत में उन्नाव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शशि शेखर सिंह ने कहा, ‘एक पत्रकार को गोली मार दी गई. घटनास्थल से हमने एक जिंदा कारतूस और एक इस्तेमाल किया हुआ कारतूस बरामद किया है. मन्नू का स्कूटर भी यहीं है. यह लॉक है. हमें कोई शिकायत नहीं मिली है. मन्नू अवस्थी को लाला लाजपत राय अस्पताल (कानपुर के हैलट अस्पताल) रेफर किया गया है. हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे.’

रविवार दोपहर पुलिस अधिकारियों ने इस बात पर संदेह जताया कि पत्रकार को गोली मारी गई है.

उन्नाव के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ शंकर मीना ने कहा, ‘शनिवार रात जब उक्त घटना हुई, तो उन्होंने पुलिस को सूचित नहीं किया. उन्हें अपने दोस्त के साथ स्कूटर पर अस्पताल जाते देखा गया था और हमारे पास उसका सीसीटीवी फुटेज है. जब हमने डॉक्टर से बात की तो वह भी इस बारे में निश्चित नहीं थे कि उन्हें किस तरह का घाव है. डॉक्टरों ने अंतिम राय नहीं दी है, लेकिन वे निश्चित नहीं हैं कि उन्हें गोली लगी थी या नहीं.’

उन्होंने कहा, ‘(अपराध स्थल से) जो कारतूस बरामद किया गया था, वह चोट से मेल नहीं खाता है. ऐसा लग रहा है कि चोट किसी गोली से लगी है, लेकिन हमें घटनास्थल से एक अलग कारतूस मिला है. कुछ चीजें हैं, जिनकी जांच करने की जरूरत है.’

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बीते मार्च में पत्रकार अवस्थी ने उन्नाव एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को एक शिकायत सौंपी थी, जिसमें कहा गया था कि चार भू-माफियाओं से उनकी जान को खतरा है. शिकायत दर्ज कराने के बाद उन्होंने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें एक भाजपा नेता के घर पर हमले के संबंध में की गई एक समाचार रिपोर्ट पर धमकी दी जा रही है.

उन्होंने वीडियो में कहा था, ‘जब मैंने यह खबर कवर की तो मुझे जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गईं. बिना रजिस्ट्रेशन नंबर वाली अज्ञात कारें मेरा पीछा कर रही हैं. मेरे घर के बाहर लोग मुझे गालियां दे रहे हैं. मैंने उन्नाव एसपी को एक शिकायत सौंपी है.’

वीडियो में उन्होंने यह भी दावा किया था कि उन्हें धमकी देने वाले भू-माफिया हिस्ट्रीशीटर थे.

उन्होंने कहा था, ‘मुझे फोन पर धमकी दी जा रही है. अगर मुझ पर या मेरे परिवार में किसी पर हमला हुआ तो ये लोग जिम्मेदार होंगे.’

एक अन्य वीडियो में अवस्थी ने यह भी कहा था कि एक मौजूदा विधायक उन लोगों में से थे, जिन्होंने उन पर दबाव डाला था, क्योंकि उन्होंने भू-माफिया पर एक स्टोरी की थी.

रिपोर्ट में बताया गया है कि बार-बार मैसेज भेजने और फोन करने की कोशिशों के बावजूद विधायक से इस संबंध में टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका.

मार्च में अवस्थी द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बारे में उन्नाव एसपी ने कहा, ‘उन्होंने दावा किया था कि किसी ने उन्हें धमकी दी थी. उनकी शिकायत पर एक एफआईआर भी दर्ज की गई थी. बाद में उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी उन्हें परेशान कर रहे थे, इसलिए उनका सुरक्षा कवर वापस ले लिया गया था.’

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने पत्रकार के साथ हुई घटना पर राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना की है.

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने रविवार को कहा, ‘उन्नाव का एक युवा पत्रकार मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया था और उसने कहा कि अगर उसे सुरक्षा नहीं दी गई तो बीजेपी के लोग उसकी हत्या कर सकते हैं. हम ऐसा होते हुए देख रहे हैं. और कल रात उन्हें गोली मार दी गई. किसी पत्रकार को गोली मारी जा सकती है? तुम जमीन हड़पना चाहते हो. क्या यह आपातकाल से भी बदतर नहीं है?’

कांग्रेस की यूपी इकाई ने ट्विटर पर कहा, ‘उन्नाव में पत्रकार मन्नू अवस्थी को गोली मार दी गई. सूत्रों ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि वह भाजपा के संरक्षण में अपराधियों के खिलाफ लिख रहे थे. सूत्रों ने यह भी कहा कि पत्रकार ने अखिलेश यादव के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी सुरक्षा पर संदेह जताया था. भाजपा राज में अगर कोई उनके गुंडों के खिलाफ लिखना चाहेगा तो उसकी जान खतरे में पड़ जाएगी.’

इंडियन एक्सप्रेस द्वारा संपर्क किए जाने पर भाजपा के राज्य प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और जांच के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.

उन्नाव के एसपी के अनुसार, पत्रकार किसी संगठन से जुड़े हुए नहीं हैं, लेकिन ‘एक वॉट्सएप ग्रुप के एडमिन हैं, जहां वह समाचार साझा करते हैं’.

एसपी ने कहा, ‘उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज है, जहां एक महिला ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उसके घर पर उसके साथ बलात्कार किया. उनके खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला भी है. बलात्कार मामले की जांच जारी है और कुछ दिन पहले महिला का मजिस्ट्रेट के सामने बयान लिया गया था. जांच अधिकारी ने कहा कि महिला ने पत्रकार के खिलाफ बयान दिया था.’

पत्रकार के खिलाफ बलात्कार का मामला तीन मई को और धोखाधड़ी का मामला चार मई को दर्ज किया गया था.