घटना पूर्वी चंपारण ज़िले के एक निजी आवासीय स्कूल की है. आरोप है कि 15 वर्षीय छात्र को बाज़ार में स्कूल के चेयरमैन ने धूम्रपान करते हुए पकड़ लिया था, जिससे आक्रोशित होकर वह उसे घसीटकर स्कूल लाए और अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर उसे बेल्ट से पीटा था.
नई दिल्ली: बिहार में एक 15 वर्षीय लड़के की उसके शिक्षकों द्वारा कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई के बाद मौत हो गई. कहा जा रहा है कि शिक्षकों ने उसे सार्वजनिक रूप से धूम्रपान करते हुए पकड़ा था.
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले (मोतीहारी) के बजरंगी कुमार अपनी मां का मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान से वापस लेने के लिए मधुबन इलाके में थे और शनिवार (24 जून) सुबह लगभग 11:30 बजे घर लौटने के दौरान हरदिया पुल के नीचे अपने दोस्तों के साथ धूम्रपान करने लगे. एनडीटीवी के मुताबिक, उनके रिश्तेदारों से यह जानकारी प्राप्त हुई है.
निजी आवासीय विद्यालय ‘मधुबन राइजिंग स्टार प्रेप स्कूल’ के चेयरमैन विजय कुमार यादव ने बजरंगी को धूम्रपान करते देखा और गुस्से में आ गए. बजरंगी इसी स्कूल में छात्र थे.
स्कूल के एक शिक्षक, जो लड़के के रिश्तेदार हैं, भी चेयरमैन के साथ थे.
बजरंगी की मां और बहन ने आरोप लगाया है कि इसके बाद चेयरमैन बजरंगी को घसीटकर स्कूल परिसर में ले गए, जहां उन्होंने अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर उसे बेरहमी से पीटा. उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने बजरंगी के कपड़े उतार दिए और उसे बेल्ट से पीटा.
जब बजरंगी बेहोश हो गए तो उन्हें मधुबन के एक निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
परिजनों का कहना है कि बजरंगी की गर्दन और बांहों पर गहरी चोटें थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि उसके निजी अंगों से भी खून बह रहा था.
स्कूल के चेयरमैन ने परिवार के दावों के जवाब में कहा कि लड़के को पीटा नहीं गया था, बल्कि उसने जहर खाया था, इस डर से कि उसके परिवार को उसके धूम्रपान करते पकड़े जाने के बारे में पता चल जाएगा. इसके बाद उसे मुजफ्फरपुर ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सका.
बजरंगी को दो महीने पहले स्कूल के छात्रावास में दाखिला मिला था और वह गर्मी की छुट्टियों में घर आया था.
पुलिस ने कहा कि लड़के के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोतिहारी भेज दिया गया है और स्कूल को सील कर दिया गया है.
द हिंदू के मुताबिक, बजरंगी की मां उस्मिला देवी ने मधुबन थाने में विजय कुमार यादव और शिक्षक जय प्रकाश यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
देवी ने कहा, ‘विजय कुमार यादव ने ही 24 जून की रात मुझे फोन कर बताया था कि मेरे बेटे की इलाज के दौरान मुजफ्फरपुर में मौत हो गई है. हम भागे और शव को मधुबन ले आए. 25 जून को हमने पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया.’
मधुबन के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पासवान ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है और विजय कुमार यादव एवं शिक्षक को पकड़ने के लिए स्कूल में छापेमारी की गई, लेकिन दोनों फरार हैं और स्कूल में ताला लगा हुआ है.