अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में बीते 2 जुलाई को खालिस्तान समर्थकों ने कथित तौर पर आग लगा दी थी. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि देश में राजनयिक केंद्रों या विदेशी राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा एक अपराध है. मार्च महीने में भी खालिस्तान समर्थकों के एक समूह द्वारा इस दूतावास पर हमला किया गया था.
नई दिल्ली: अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर पिछले पांच महीने में कथित तौर पर दूसरी बार खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने खबर दी है कि खुद खालिस्तान समर्थकों द्वारा ट्विटर पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि आगजनी की घटना 2 जुलाई को हुई थी.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, स्थानीय अग्निशमन विभाग ने समय पर आग पर काबू पा लिया और कोई बड़ी क्षति या घायल होने की सूचना नहीं है.
United States | A group of Khalistan radicals on July 2 set Indian Consulate on fire in San Francisco. The fire was suppressed quickly by the San Francisco Fire Department. No major damages or staffers were harmed. Local, state and federal authorities have been notified. The US… pic.twitter.com/uhx9NtML5G
— ANI (@ANI) July 4, 2023
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में ‘हिंसा से हिंसा पैदा होती है’ लिखा हुआ नजर आ रहा था. इसमें कनाडा स्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की मौत से संबंधित समाचार लेख भी दिखाए गए थे.
निज्जर पिछले कुछ समय से ‘मोस्ट वांटेड’ सूची में था और पिछले महीने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय चैनल दीया टीवी ने बताया कि खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने रविवार रात 1:30 से 2:30 बजे के बीच भारतीय वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी, लेकिन सैन फ्रांसिस्को अग्निशमन विभाग ने इसे तुरंत बुझा दिया.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि नुकसान सीमित था. घटना में कोई भी कर्मचारी घायल नहीं हुआ. कथित तौर पर खालिस्तान समर्थकों ने घटना के संबंध में एक वीडियो जारी किया. हालांकि, हिंदुस्तान टाइम्स ने स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है.
अमेरिका ने मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में रविवार (2 जुलाई) को खालिस्तान समर्थकों द्वारा कथित बर्बरता और आगजनी के प्रयास की ‘कड़ी निंदा’ की है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ट्वीट किया, ‘अमेरिका शनिवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है. अमेरिका में राजनयिक केंद्रों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा एक अपराध है.’
The U.S. strongly condemns the reported vandalism and attempted arson against the Indian Consulate in San Francisco on Saturday. Vandalism or violence against diplomatic facilities or foreign diplomats in the U.S. is a criminal offense.
— Matthew Miller (@StateDeptSpox) July 3, 2023
यह घटना मार्च में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला करने और उसे क्षतिग्रस्त करने के कुछ महीनों बाद हुई है. इस घटना की भी भारत सरकार और भारतीय-अमेरिकियों ने तीखी निंदा की थी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की थी.
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में हुई घटना में खालिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने शहर पुलिस द्वारा लगाए गए अस्थायी सुरक्षा अवरोधों को तोड़ दिया था और वाणिज्य दूतावास परिसर के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए. वाणिज्य दूतावास के दो कर्मचारियों ने जल्द ही इन झंडों को हटा दिया था.
भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला खालिस्तान समर्थकों द्वारा लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहरा रहे भारतीय तिरंगे को उतारने के कुछ घंटों बाद हुआ था.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, इस बीच भारत ने कनाडा से तथाकथित खालिस्तान चरमपंथियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है, जो खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए जान-बूझकर भारतीय राजनयिकों और सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराने की कोशिश करने के बाद इसी जुलाई महीने में टोरंटो और वैंकूवर में भारतीय दूतावासों तक विरोध मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं.
खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) प्रमुख 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की बीते 18 जून को कनाडा के एक गुरुद्वारा परिसर में दो अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी थी. निज्जर के प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस से संबंध थे, जिसका नेतृत्व अमेरिका स्थित एक नामित आतंकवादी करता है.