घटना धनबाद ज़िले की है, जहां तेतुलमारी स्थित सेंट ज़ेवियर्स स्कूल की दसवीं की छात्रा को स्कूल में बिंदी लगाने पर एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर थप्पड़ मारा गया था. बताया गया है कि छात्रा के सुसाइड नोट में शिक्षक और स्कूल प्रिंसिपल को ज़िम्मेदार बताया गया है.
नई दिल्ली: झारखंड के धनबाद जिले में सोमवार (10 जुलाई) को 10वीं कक्षा की एक 17 वर्षीय छात्रा ने स्कूल में ‘बिंदी’ लगाने पर एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर थप्पड़ मारे जाने के बाद आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने कहा कि उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है और मंगलवार को स्कूल शिक्षक और प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के अनुसार, तेतुलमारी स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल की छात्रा सुबह 7.30 बजे स्कूल के लिए निकली, लेकिन कुछ देर बाद घर लौट आई. उसके परिवार के सदस्यों ने कहा कि उसे सुबह की प्रार्थना के दौरान ‘बिंदी’ लगाने के लिए शिक्षक ने थप्पड़ मारा था और वह इससे परेशान थी.
पुलिस ने कहा कि लड़की ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली और अपनी यूनिफार्म की जेब में एक सुसाइड नोट छोड़ा.
तेतुलमारी पुलिस स्टेशन प्रभारी आशीष यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘लड़की ने एक सुसाइड नोट छोड़ा जिसमें उसने कथित तौर पर स्कूल के शिक्षक को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया. हमने परिजनों की शिकायत के आधार पर शिक्षक और प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.’
अखबार के अनुसार, नोट में तेतुलमारी पुलिस स्टेशन को संबोधित करते हुए छात्रा ने कथित तौर पर लिखा है कि स्कूल में उसे सबके सामने थप्पड़ मारा गया और परिसर से बाहर जाने के लिए मजबूर किया गया. उसने लिखा कि वह अपमान बर्दाश्त नहीं कर पा रही है और इसीलिए खुद को ख़त्म कर रही है. उसने कथित तौर पर शिक्षक और स्कूल प्रिंसिपल को उसकी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बाघमारा की डीएसपी निशा मुर्मू ने कहा, ‘हमें सूचना मिली कि एक छात्रा की आत्महत्या से मौत हो गई है. एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसके स्कूल में एक शिक्षक ने उसे प्रताड़ित किया था. एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच जारी है.’
छात्रा की मां ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरी बेटी अगले कुछ महीनों में स्कूल से पास हो जाती. मेरे पति सालभर पहले गुजर गए थे. बेटी और दो बेटे एक ही स्कूल में पढ़ते थे.’
उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी बिंदी लगाती थी लेकिन टीचर को देखकर उसने बिंदी फेंक दी थी. सबके सामने उसे दो थप्पड़ मारे गए. वह प्रिंसिपल के पास गई, लेकिन उन्होंने भी नहीं सुनी और उसे वहां से जाने के लिए कह दिया गया. वह मेरे पास आई और मैंने स्कूल जाकर प्रिंसिपल से अनुरोध किया कि मैं टीचर से माफ़ी मांग लूंगी. हालांकि, इस पर ध्यान नहीं दिया गया. मैंने अपनी बेटी को दिलासा दिया और वो घर आकर एक कागज पर कुछ लिखने लगी. उसने मुझे कहा कि वह स्कूल का काम कर रही थी और अगले आधे घंटे में वह चली गई…’
इंडिया टुडे के मुताबिक, घटना के बाद मंगलवार को छात्रा के परिवार के सदस्यों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर आरोपी शिक्षक और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि, तेतुलमारी पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई के आश्वासन के बाद विरोध समाप्त कर दिया.
इसी बीच, छात्र की आत्महत्या मामले पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है. प्रभात खबर की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है.
एनसीपीसीआर के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने ट्वीट कर कहा, ‘झारखंड के धनबाद में स्कूल में बिंदी लगाकर जाने पर पिटाई किए जाने से आहत हो कर एक छात्रा के आत्महत्या किए जाने की सूचना मिली है. मामले का संज्ञान लिया जा रहा है, जांच के लिए एनसीपीसीआर की टीम धनबाद जाएगी.’