नूंह हिंसा के बाद हरियाणा, दिल्ली और यूपी को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस मिलने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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हरियाणा के नूंह, गुड़गांव और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली को नोटिस जारी किया है. लाइव मिंट के अनुसार,  शीर्ष अदालत ने केंद्र को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि दिल्ली-एनसीआर में कोई हेट स्पीच या हिंसा न हो. इससे पहले अदालत से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में विहिप और बजरंग दल के बीस से अधिक मार्च रोकने की अपील की गई थी. हालांकि, अदालत ने इसे रोकने से इनकार करते हुए कहा कि सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाए जाएं और जरूरत हो तो अतिरिक्त पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात किए जाएं.

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में फिर एक चीते की मौत हो गई है. डाउन टू अर्थ के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि धात्री नाम की मादा चीता दो अगस्त (बुधवार) की सुबह मृत पाई गई थी. यह मादा उन दो चीतों में से एक है जिन्हें पार्क के भीतर एक बड़े बाड़े में छोड़ा गया था. यह चार महीनों में पार्क में हुई चीते की मौत का नौंवा मामला है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा चीतों की मौत की वजहें बताने के  सवाल पर पर सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने कोर्ट को बताया कि चीतों की मौत ‘प्राकृतिक कारणों’ से हुई हैं. ये ‘परेशान करने वाली’ बात तो है ‘स्थिति चिंताजनक नहीं’ है.

हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक तनाव के बीच राज्य के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा एक मंदिर में लोगों को बंधक बनाए जाने के दावे का इसी मंदिर के पुजारी ने खंडन किया है. द वायर के ज़ीशान कास्कर और अतुल होवाले की रिपोर्ट बताती है कि सोमवार को हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद विज ने दावा किया था कि नलहर महादेव मंदिर में मुस्लिम दंगाइयों ने लगभग तीन-चार हज़ार लोगों को ‘बंधक बना लिया’ था. मंदिर के पुजारी ने इन रिपोर्टर्स को बताया कि ऐसा नहीं हुआ था. लोग बाहर माहौल तनावग्रस्त होने के चलते वहां फंसे हुए थे.

मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की विपक्षी सांसदों की मांग पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सदन में उपस्थित रहने का निर्देश नहीं दे सकते और न ही देंगे. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उनका कहना था कि यदि प्रधानमंत्री आना चाहते हैं, तो बाकी सभी सांसदों की तरह यह उनका विशेषाधिकार है. इस आसन से इस प्रकार का कोई निर्देश, जो कभी जारी नहीं किया गया हो, जारी नहीं किया जाएगा.

जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपल सत्यपाल मालिक ने कहा है कि हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा सुनियोजित थी और 2024 के चुनाव से पहले ऐसी कई घटनाएं होंगी. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘अगर इन लोगों पर काबू नहीं पाया गया तो पूरा देश मणिपुर की तरह जल जाएगा… और ये हमले 2024 तक और बढ़ेंगे जैसा कि मणिपुर में नज़र आ रहा है.’

असम के एक स्कूल में हथियार प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए बजरंग दल के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई है. रिपोर्ट के अनुसार, दरांग ज़िले के महर्षि विद्या मंदिर स्कूल में पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर 350 युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया था. विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया ने इस बारे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बजरंग दल के ख़िलाफ़ कार्रवाई और ज़िला प्रशासन की भूमिका की जांच की मांग की है. सैकियाने कहा कि वीडियो में बजरंग दल के नेताओं को यह दावा करते हुए सुना है कि वे प्रशिक्षण दे रहे हैं क्योंकि वे सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं. यह राज्य प्रशासन और राज्य पुलिस के लिए शर्म की बात है.

अमेरिका ने मालदीव में आतंकी जुड़ाव का हवाला देते हुए 20 लोगों तथा 29 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) ने कहा कि मालदीव के ये लोग और कंपनियां इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) और अल-कायदा के मददगार हैं. ओएफएसी में यह भी जोड़ा कि इनमें से कुछ लोगों ने पत्रकारों और स्थानीय अधिकारियों को निशाना बनाने वाले हमलों की योजना बनाई है या उन्हें अंजाम दिया है.