भीलवाड़ा जिले का मामला. 2 जुलाई को बकरियां चराने गई 14 साल की किशोरी की कथित रूप से हत्या कर उसके शव को कोयले की भट्टी में जला दिया गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. पुलिस का कहना है कि उसने पांच संदिग्ध आरोपियों को गिरफ़्तार किया है.
नई दिल्ली: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में 14 साल की किशोरी की कथित रूप से हत्या कर उसके शव को कोयले की भट्टी में जलाने का मामला सामने आया है.
परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. पुलिस ने कहा कि भट्टी से लड़की का जला हुआ शव बरामद होने के बाद पांच लोगों को हिरासत में लिया गया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के परिवार के अनुसार, लड़की बुधवार (2 जुलाई) सुबह मवेशियों को चराने के लिए नरसिंहपुरा गांव में घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. नाबालिग के भाई ने कहा, ‘वह घर नहीं लौटी. हम उसकी तलाश में बाहर निकले और रात करीब 10 बजे जब हम कोयला भट्टी क्षेत्र की ओर गए, तो हमें बारिश के बावजूद एक भट्टी जलती हुई मिली. जब हम करीब गए, तो हमने कुछ इंसान की हड्डियों को देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया.’
भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आदर्श सिंधु ने कहा कि नाबालिग के कंगन और एक जोड़ी जूते भट्टी क्षेत्र से बरामद हुए हैं, जिनकी शिनाख्त बाद में उसके परिवार ने की.
उन्होंने कहा, ‘मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक (एफएसएल) की एक टीम को बुलाया गया. भट्ठी में पाए गए हड्डी के नमूनों का डीएनए परीक्षण किया जाएगा.’
कोटडी पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) खिवराज सिंह ने कहा, ‘पुलिस ने भट्ठी के चार देखभालकर्ताओं को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है. परिवार औपचारिक रिपोर्ट दर्ज कराने की प्रक्रिया में है. हम एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.’
नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, परिवार ने आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए चार लोगों ने पुलिस टीम के पहुंचने से पहले नाबालिग के साथ बलात्कार और हत्या करने की बात स्वीकार की.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रारंभिक जांच के अनुसार, लड़की बुधवार सुबह बकरियां चराने के लिए बाहर गई थी, तभी उसका कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया, उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई.
भीलवाड़ा के एसपी ने एक प्रेस बयान में कहा, ‘हमने पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम की धाराओं के साथ-साथ बलात्कार और सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया है. पूछताछ के लिए पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.’
गिरफ्तार किए गए लोग खानाबदोश समुदाय से हैं. पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने खानाबदोशों की बस्ती में रहने वाले लोगों की संलिप्तता पर संदेह जताया था.
अखबार के अनुसार, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इलाके में बसे कुछ खानाबदोशों ने अवैध रूप से भट्टियां स्थापित की हैं, जिला प्रशासन ने उनमें से कुछ को ध्वस्त कर दिया, सिवाय उस भट्टी को छोड़कर जहां लड़की के जले हुए अवशेष पाए गए थे.
एक अधिकारी ने कहा, ‘यह अभी तक पता नहीं चला है कि क्या उसकी हत्या की गई थी या फिर भट्टी में डाल उसे जिंदा जला दिया गया था.’
गुरुवार को प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी कांग्रेस और भाजपा दोनों के स्थानीय नेताओं के साथ मौके पर पहुंचे. कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर ने कहा कि पुलिस ने मामले में संदिग्धों को हिरासत में लिया है. उन्होंने कहा, ‘यह बिना किसी संदेह के एक भयावह मामला है. हमने 15 दिनों में फास्ट-ट्रैक ट्रायल और आरोपपत्र की मांग की है क्योंकि यह दुर्लभतम मामला है.’
गुर्जर ने कहा, ‘सरकार की ओर से मैं लड़की के परिवार के लिए मुआवजे की तत्काल मंजूरी के लिए उच्च अधिकारियों से बात करने का आश्वासन देता हूं. मैं इस जघन्य अपराध के अपराधियों को फांसी देने की भी मांग करता हूं.’
वहीं, राजस्थान की मंत्री शकुंतला रावत ने कहा, ‘ऐसी घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं. देश में कोई कोना नहीं है जहां ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं, यह बहुत दुखद है…मैं सरकार (केंद्र) से एक सख्त कानून बनाने का आग्रह करती हूं. राष्ट्रीय स्तर पर यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऐसी घटनाएं कहीं भी न हों… हमारी सरकार दोषियों को नहीं बख्शेगी. उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.’
उधर, भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा. विपक्षी दल ने घटना पर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने के लिए तीन सदस्यीय राज्य समिति का भी गठन किया, जिसमें विधायक अनिता भदेल, पार्टी की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी और जिला प्रभारी अतर सिंह भड़ाना शामिल हैं.
राज्य भाजपा प्रमुख सीपी जोशी ने श्रीगंगानगर में संवाददाताओं से कहा, ‘इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. ऐसी घटना शायद इस देश में कहीं नहीं घटी होगी. ऐसी घटनाओं से राजस्थान की छवि खराब हो रही है. गहलोत को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वह पहले ही गृह मंत्रालय संभालने में अक्षम साबित हो चुके हैं. वह इस तरह कुर्सी से क्यों चिपके हुए हैं?’
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की. रालोद नेता हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट किया, ‘घटना से पता चलता है कि राजस्थान में अपराधियों को कानून का डर नहीं है. मैंने पहले ही उच्च अधिकारियों और पुलिस से फोन पर बात की है और उनसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.’