पुलिस ने बताया कि महावीर नगर के एक हॉस्टल में रहकर जेईई की तैयारी कर रहे एक 17 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली. यह इस महीने हुई ऐसी तीसरी घटना है. अब तक इस साल कोटा में 20 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं.
नई दिल्ली: राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे एक 17 वर्षीय छात्र की गुरुवार रात आत्महत्या से मौत हो गई.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि जिले में इस वर्ष ऐसे मामलों की कुल संख्या 20 हो गई है. प्रतियोगी परीक्षाओं- ज्यादातर जेईई और नीट की तैयारी करने वाले छात्रों के साथ हुई यह इस महीने की तीसरी ऐसी घटना है।
पुलिस के अनुसार, बिहार का यह छात्र छह महीने पहले कोटा आया था और महावीर नगर के एक हॉस्टल में रह रहा था।
जवाहर नगर थाने के एसएचओ शिवराज सिंह ने बताया, ‘छात्र के पिता पिछले तीन दिनों से उसके साथ रह रहे थे. उसने पिता के यहां से जाने के कुछ घंटों बाद यह कदम उठाया।
सिंह ने बताया कि यह घटना तब सामने आई जब उसके पिता के कॉल का जवाब न देने के बाद एक केयरटेकर छात्र के कमरे में गए.
थाना प्रभारी ने कहा कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और प्रारंभिक जांच में छात्र के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है।
जिला प्रशासन के पास उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि कोटा में इस साल ऐसे छात्रों में प्रति माह औसतन तीन आत्महत्याएं दर्ज की गई हैं. इस साल अब तक आत्महत्याओं की कुल संख्या 20 रही है. इससे पहले साल 2018 में ख़ुदकुशी के इतने मामले सामने आए थे.