मध्य प्रदेश सरकार पर ‘50% कमीशन’ का आरोप लगाने पर कांग्रेस नेताओं के ख़िलाफ़ एफआईआर

कांग्रेस नेताओं- कमलनाथ, प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर ठेकेदार संघ के एक कथित पत्र का हवाला देते हुए मध्य प्रदेश सरकार पर '50% कमीशन वसूलने' का आरोप लगाया था. एक भाजपा कार्यकर्ता ने पत्र के 'फ़र्ज़ी' होने की बात कहते हुए नेताओं के ख़िलाफ़ केस दर्ज करवाया है.

प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव. (सभी फोटो साभार: संबंधित फेसबुक पेज)

कांग्रेस नेताओं- कमलनाथ, प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर ठेकेदार संघ के एक कथित पत्र का हवाला देते हुए मध्य प्रदेश सरकार पर ‘50% कमीशन वसूलने’ का आरोप लगाया था. एक भाजपा कार्यकर्ता ने पत्र के ‘फ़र्ज़ी’ होने की बात कहते हुए नेताओं के ख़िलाफ़ केस दर्ज करवाया है.

प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव. (सभी फोटो साभार: संबंधित फेसबुक पेज)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के सोशल मीडिया हैंडलर्स के खिलाफ इंदौर में एफआईआर दर्ज की गई है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, यह एफआईआर मध्य प्रदेश सरकार पर कांग्रेस नेताओं द्वारा एक साथ ’50 प्रतिशत कमीशन सरकार’ के आरोप लगाने को लेकर राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा जारी चेतावनियों के बाद दर्ज हुई है.

ज्ञात हो कि कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस ने वहां की बसवराज बोम्मई सरकार को भ्रष्ट बताने के लिए ‘40% कमीशन सरकार’  लगाते हुए सोशल मीडिया कैंपेन चलाया था.

11 अगस्त को प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर दावा किया था कि मध्य प्रदेश के ठेकेदारों के एक संघ ने एमपी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखा था, जिसमें शिकायत की गई थी कि उन्हें 50 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही भुगतान मिलता है.

प्रियंका ने सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र के बारे में छपी खबर की क्लिपिंग लगते हुए कहा था, ‘मध्य प्रदेश में ठेकेदारों के संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में 50% कमीशन देने पर ही भुगतान मिलता है. कर्नाटक में भ्रष्ट भाजपा सरकार 40% कमीशन की वसूली करती थी. मध्य प्रदेश में भाजपा भ्रष्टाचार का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40% कमीशन वाली सरकार को बाहर किया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50% कमीशन वाली भाजपा सरकार को सत्ता से हटाएगी.’

एफआईआर शनिवार को इंदौर के भाजपा कानूनी सेल कार्यकर्ता निमेश पाठक की शिकायत पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत इंदौर के संयोगितागंज में दर्ज की गई है.

इंदौर पुलिस ने कहा, ‘यह फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल होने के बाद आरोपी ज्ञानेंद्र अवस्थी और ट्विटर अकाउंट @MPArun यादव, @OfficeOfKNath @priyankagandhhi के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.’

पाठक ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें ‘एक अखबार की कतरन के बारे में पता चला, जो कांग्रेस नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी, जिसमें एक ठेकेदार संघ ने एमपी हाईकोर्ट को एक पत्र लिखा था जिसमें आरोप लगाया गया था कि सरकार काम करवाने के लिए 50 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रही है.’

पाठक ने कहा कि पत्र किसी ज्ञानेंद्र अवस्थी द्वारा लिखा गया था, हालांकि, जब उन्होंने अवस्थी के बारे में पूछताछ की, तो उन्हें ऐसे किसी संगठन या व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.

एफआईआर में कहा  ‘ऐसा संदेह है कि उक्त पत्र को कांग्रेस द्वारा योजनाबद्ध तरीके से भ्रामक आरोपों के साथ तैयार कर विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल किया जा रहा है, ताकि मध्य प्रदेश सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब की जा सके. यदि यह वास्तविक है और ज्ञानेंद्र अवस्थी वास्तव में उपलब्ध हैं, तो मध्य प्रदेश सरकार की नीति और नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.’

पुलिस शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए कमल नाथ ने कहा, ‘भ्रष्टाचार के हजारों मामले हैं. कितनों पर केस करेगी भाजपा? अब जब पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है तो उनके पास क्या रास्ता बचा है? लेटर फर्जी है या सच्चा ये यहां खड़े लोगों से पूछिए. ये सभी लोग आपको एक नहीं 100-200 पत्र के बारे में बताएंगे.’

अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस 50 फीसदी कमीशन वाली सरकार के खिलाफ लड़ेगी.

अरुण यादव ने कहा, ‘जब कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अंग्रेजों की फांसी से डर नहीं लगता तो वे उनकी चाटुकार विचारधारा की एफआईआर से भी नहीं डरते. हमारे नेता राहुल गांधी कहते हैं कि डरो मत. पहले हम अंग्रेजों से लड़ते थे, अब 50 प्रतिशत कमीशन वालों से लड़ेंगे.’

शिवराज सरकार ने किया बचाव 

कांग्रेस नेताओं के सोशल मीडिया पर आरोप लगाने के बाद भाजपा ने फ़ौरन प्रतिक्रिया दी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भ्रष्टाचार के दावों की जांच के लिए खुफिया विभाग को आदेश दिया. साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कि कांग्रेस, भाजपा और राज्य सरकार को बदनाम करने के पूर्व नियोजित एजेंडा पर काम कर रही है, कांग्रेस नेताओं को कानूनी नतीजा भुगतने की चेतावनी दी.

चौहान ने कहा, ‘यह पाया गया कि वह व्यक्ति मौजूद ही नहीं है और पत्र में उल्लिखित संगठन का पता फर्जी है.’

राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रियंका गांधी वाड्रा के आरोपों को झूठा बताते हुए उनसे सबूत मांगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिना किसी मुद्दे के घृणित मानसिकता के साथ राजनीति कर रही है.

मिश्रा ने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पहले राहुल गांधी से झूठ बुलवाया और अब प्रियंका गांधी से झूठा ट्वीट करवाया. प्रियंका जी, अपने ट्वीट का सबूत दें, अन्यथा हमारे पास कार्रवाई के लिए सभी विकल्प खुले हैं.’