देव कोहली ने 90 के दशक में कई हिट गाने दिए थे. उनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था. वह 1949 में दिल्ली चले आए थे. 1964 में मुंबई पहुंचकर उन्होंने काम की तलाश शुरू की थी. 1969 में फिल्म ‘ग़ुंडा’ के साथ उन्होंने इंडस्ट्री में क़दम रखा. हालांकि उन्हें पहला बड़ा ब्रेक 1971 की फिल्म ‘लाल पत्थर’ के गाने ‘गीत गाता हूं मैं’ से मिला.
नई दिल्ली: हिंदी फिल्मों के प्रख्यात गीतकार देव कोहली का शनिवार को मुंबई में निधन हो गया, वह 80 वर्ष के थे. कोहली ने ‘मैंने प्यार किया’, ‘बाजीगर’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘जुड़वा 2’, ‘मुसाफिर’, ‘शूटआउट ऐट लोखंडवाला’ और ‘टैक्सी नंबर 9211’ सहित 100 से अधिक फिल्मों के लिए गीते लिखे थे.
उन्होंने अनु मलिक, राम लक्ष्मण, आनंद राज आनंद, आनंद मिलिंद जैसे संगीत निर्देशकों के साथ काम किया था.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, देव कोहली के प्रवक्ता प्रीतम शर्मा ने पुष्टि की कि गीतकार का शनिवार सुबह उनके घर पर निधन हो गया. उन्होंने कहा कि वह कुछ महीनों से बीमार थे और लगभग 10 दिन पहले घर लाए जाने से पहले उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
देव कोहली का जन्म 2 नवंबर 1942 को पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में एक सिख परिवार में हुआ था. वह 1949 में दिल्ली चले आए और उनका बचपन देहरादून में बीता था.
उन्होंने आगे कहा, ‘उसी वक्त एक सरदार जी ने मेरी मदद की. ये देव कोहली जी थे. उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें संगीत पसंद है और मैं गीत लिखता हूं. इसलिए, चिंता न करो और उन्होंने मेरे लिए हस्ताक्षर कर दिए.’
साल 1964 में मुंबई पहुंचकर कोहली ने फिल्मों में काम की तलाश शुरू कर दी. 1969 में फिल्म ‘गुंडा’ की रिलीज के साथ उन्होंने इंडस्ट्री में कदम रखा. उन्हें पहला बड़ा ब्रेक 1971 की फिल्म ‘लाल पत्थर’ के गाने ‘गीत गाता हूं मैं’ से मिला.
90 के दशक में कोहली ने कई हिट गाने दिए थे.
उन्होंने ‘आते जाते हंसते गाते’, ‘कबूतर जा जा जा’, ‘आजा शाम होने आई’, ‘मैंने प्यार किया’ और ‘हम आपके हैं कौन’ जैसे कई हिट गानों के बोल लिखे.
उन्होंने और अनु मलिक ने 1990 के दशक में फिल्म ‘इश्क’ के लिए ‘देखो देखो जानम हम’ और ‘बाजीगर’ के लिए ‘ये काली काली आंखें’ जैसे गानों को कंपोज किया था.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आखिरी बार कंगना रनौत की फिल्म ‘रज्जो’ के लिए गाने लिखे थे, जिसमें उत्तम सिंह का संगीत था.
शंकर-जयकिशन से लेकर विशाल-शेखर तक देव कोहली ने 1969 से 2013 तक के अपने करिअर में विभिन्न पीढ़ियों के संगीतकारों के साथ काम किया.
अनु मलिक के साथ अपनी साझेदारी को लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैंने उनके (अनु मलिक) लिए पहला गाना बाजीगर (1993) का ‘ये काली काली आंखें लिखा’ था, जो बहुत हिट हुआ. मुझे याद है कि उन्होंने इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था. वह मुझे अक्सर गाने लिखने के लिए बुलाते थे. वह अपने साथियों के बीच मेरी बहुत प्रशंसा करते थे, विशेषकर बहुत तेजी से गीत लिखने की मेरी क्षमता की. वह बहुत जिंदादिल इंसान हैं. वह 2-3 मिनट में मुखड़ा तैयार कर लेते थे.’