महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले का मामला. श्रीरामपुर तालुका के हरेगांव गांव में एक बकरी और कुछ कबूतर चुराने के संदेह में छह लोगों ने चार दलित युवकों को कथित तौर पर एक पेड़ से उल्टा लटकाकर लाठियों से पीटा था. वहीं, राज्य के जालना ज़िले में हुई एक अन्य घटना में वाहन चोरी के संदेह में दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर देने का मामला सामने आया है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक गांव में एक बकरी और कुछ कबूतर चुराने के संदेह में कथित तौर पर छह लोगों ने चार दलित युवकों को एक पेड़ से उल्टा लटकाकर लाठियों से पीटा. पुलिस ने रविवार (27 अगस्त) को यह जानकारी दी.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि श्रीरामपुर तालुका के हरेगांव में हुई घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसके बाद 26 अगस्त को पुलिस ने हमले के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जबकि पांच अन्य फरार हैं.
उन्होंने कहा कि 25 अगस्त को गांव के छह लोगों का एक समूह 20 और 29 साल के बीच की उम्र के चार दलित युवकों के घर पहुंचा और कथित तौर पर उन्हें अपने साथ चलने के लिए मजबूर किया.
उन्होंने बताया कि इन चारों युवकों को एक बकरी और कुछ कबूतर चुराने के संदेह में एक पेड़ से उल्टा लटकाकर लाठियों से पीटा गया.
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान युवराज गलांडे, मनोज बोडाके, पप्पू पारखे, दीपक गायकवाड़, दुर्गेश वैद्य और राजू बोरेज के रूप में की गई है.
उन्होंने बताया कि आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर हमले का वीडियो शूट किया.
अधिकारी ने कहा कि घायल लोगों को बाद में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, पीड़ितों में से एक शुभम मगाडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 364 (अपहरण) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
घटना के विरोध में 27 अगस्त को हरेगांव में बंद रखा गया.
इसी बीच, विपक्षी कांग्रेस ने इस घटना को मानवता पर ‘धब्बा’ और भाजपा द्वारा फैलाई जा रही ‘नफरत’ का नतीजा करार दिया है.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यह घटना मानवता पर कलंक है और मांग की कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ऐसी घटनाएं भाजपा द्वारा अपने राजनीतिक लाभ के लिए फैलाई जा रही नफरत का नतीजा हैं.’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने सरकार पर दलितों के आत्मसम्मान की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया.
जालना जिले में दोपहिया वाहन चोरी के संदेह में दलित की पीट-पीटकर हत्या
इस बीच महाराष्ट्र में जालना जिले की बदनापुर तहसील में दोपहिया वाहन चुराने के संदेह में एक 25 वर्षीय दलित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि इस संबंध में रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना जवासखेड़ा गांव में शनिवार (26 अगस्त) रात को हुई.
अधिकारी ने कहा, ‘चार लोगों ने सिद्धार्थ मांडले को दोपहिया वाहन चोरी करने के संदेह में पकड़कर उन्हें बेरहमी से पीटा गया और खदान में फेंक दिया गया था.’
बाद में उनकी मौत हो गई.
चारों आरोपियों की पहचान जालना तहसील के दारेगांव के रहने वाले आकाश जाधव, कैलाश जाधव, कुंडलिक तिरखे और तुलसीराम गायकवाड़ के रूप में हुई है.
अधिकारी ने कहा, आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की 302 (हत्या) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. आगे की जांच चल रही है.