पटना का मामला. एक साहूकार और उसके सहयोगियों द्वारा दलित महिला के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई, उसके कपड़े उतार दिए गए और उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया. बताया गया है कि महिला ने 1,500 रुपये का क़र्ज़ चुकाने के बाद सूद के और पैसे देने की मांग को ठुकरा दिया था.
नई दिल्ली: बिहार के पटना जिले में एक साहूकार और उसके सहयोगियों द्वारा एक दलित महिला के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई, उसके कपड़े उतार दिए गए और उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया. बताया जा रहा है कि महिला ने ऋण का पूरा भुगतान करने के बावजूद और पैसे की मांग पर धन देने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
प्रभात खबर की रिपोर्ट के मुताबिक, पटना जिले में खुसरूपुर थाना क्षेत्र के मौसीमपुर गांव में घटना शनिवार रात को हुई. आरोपी प्रमोद सिंह, उसका बेटा अंशू और चार अन्य साथी रात करीब 10 बजे दलित महिला को जबरन अपने घर में ले गए और उस पर हमला किया.
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित महिला के पति ने कर्ज के तौर पर प्रमोद सिंह से 1500 रुपये लिए थे और ब्याज सहित चुका भी दिया था. इसके बावजूद वह सूद के रूप में और पैसा मांग रहा था.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले से परिचित एक अधिकारी ने कहा कि घटना में महिला के सिर में चोट लगी है और वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है, जबकि छह आरोपी फिलहाल फरार हैं.
डीएसपी, फतुहा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला के साथ मारपीट की गई है, इस घटना में उसके सिर में चोट आई है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उन्होंने बताया, ‘घटना का कारण 1,500 रुपये का ब्याज था. महिला ने शनिवार रात थाने आकर लिखित शिकायत दी. शिकायत में उसके आरोपों का पुलिस द्वारा सत्यापन किया जा रहा है. घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.’
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि घटना रात करीब 10 बजे की है, जब वह पंप से पानी लेने जा रही थी. महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया, ‘लगभग छह लोगों ने मुझे पकड़ लिया और मुझे निर्वस्त्र कर दिया और फिर मेरे साथ बेरहमी से मारपीट की. एक आरोपी ने पेशाब किया और मेरे मुंह में डाल दिया. उन्होंने लाठी-डंडों से भी मारपीट शुरू कर दी, जिसमें सिर में चोटें आईं. मैं किसी तरह मौके से भाग निकली और पुलिस स्टेशन पहुंची.’
प्रभात खबर की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया शनिवार सुबह प्रमोद ने महिला को धमकी दी थी कि अगर उसने उन्हें और पैसे नहीं दिए तो वे उसे पूरे गांव में नग्न अवस्था में घुमाएंगे. महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इसी बीच, भाजपा प्रवक्ता योगेन्द्र पासवान ने घटना की निंदा की और इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की आलोचना की.