पश्चिम बंगाल स्थित आईआईटी खड़गपुर में तेलंगाना निवासी चौथे वर्ष के एक छात्र को अपने कमरे में मृत पाया गया. पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा कि छात्र की मौत कथित तौर पर आत्महत्या से हुई है और इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. छात्र के पिता ने बताया कि किसी प्रोजेक्ट के कारण छात्र उदास थे.
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (आईआईटी-खड़गपुर) के चौथे वर्ष का एक छात्र मंगलवार (17 अक्टूबर) रात आत्महत्या के एक संदिग्ध मामले में छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले से परिचित एक पुलिस अधिकारी ने कहा, तेलंगाना के रहने वाले मृतक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के छात्र थे. पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा कि छात्र की मौत कथित तौर पर आत्महत्या से हुई है और इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है.
संस्थान ने घटना के संबंध में एक बयान जारी कर कहा, ‘बेहद दुख के साथ आईआईटी खड़गपुर के छात्र, कर्मचारी और फैकल्टी सदस्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में चौथे वर्ष के दोहरे डिग्री छात्र के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं. उन्होंने 17 अक्टूबर, 2023 की रात को आत्महत्या का रास्ता चुना.’
बयान के मुताबिक, ‘मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे तक छात्र अपने दो रूममेट के साथ हॉस्टल के कमरे में थे. बाद में अन्य दो छात्र शैक्षणिक गतिविधियों के लिए चले गए. इसके बाद लगभग 8:30 बजे रूममेट ने कमरे को अंदर से बंद पाया.’
बयान में कहा गया है कि दरवाजा जबरदस्ती खोला गया और उनका शव मिला. पुलिस ने कहा कि सुरक्षाकर्मी और अन्य छात्र पीड़ित को अस्पताल ले गए, जहां रात करीब 11:30 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
इस बीच, खड़गपुर (नगर) पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शव का पोस्टमॉर्टम किया गया है और पीड़ित के परिवार को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के मेदक जिले के चेतला थिम्मईपल्ली निवासी किरण चंद्रा को चौथे वर्ष के दो अन्य छात्रों के साथ लाल बहादुर शास्त्री हॉल में कमरा नंबर 513 आवंटित किया गया था.
किरण के पिता केथवथ चंद्रा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें आधी रात के आसपास आईआईटी-खड़गपुर से उनके बेटे की मौत के बारे में सूचित किया गया.
उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा पढ़ाई में अच्छा था. अपने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के तीन वर्षों में उसके पास कोई बैकलॉग नहीं था. लेकिन वह इस प्रोजेक्ट को लेकर उदास था. उसने अपने प्रोफेसर से बात की थी, लेकिन उससे प्रोजेक्ट समय पर पूरा करने के लिए कहा गया.’
पिछले एक साल में आईआईटी खड़गपुर में यह तीसरी अप्राकृतिक मौत है. पिछले साल 14 अक्टूबर को तीसरे वर्ष के छात्र फैज़ान अहमद को अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था. दूसरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की ओर इशारा होने के बाद एक विशेष जांच दल (एसआईटी) इस मामले की जांच कर रही है. मामले की सुनवाई कलकत्ता हाईकोर्ट कर रही है. इसके अलावा इस साल जून में 22 वर्षीय रसायन विज्ञान इंटर्न सूर्या दीपन जीएस की बीमार पड़ने के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी.