खेड़ा सार्वजनिक पिटाई केस में आरोपी पुलिसकर्मियों को दो हफ्ते की सज़ा समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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गुजरात के खेड़ा में सरेआम पिटाई के मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने चार आरोपी पुलिसकर्मियों को 14 दिन की कैद और 2-2 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हालांकि अदालत ने पुलिस के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति देने के अनुरोध के बाद फैसले पर तीन महीने के लिए रोक लगा दी. चार पुलिसकर्मियों पर 4 अक्टूबर 2022 को तीन मुस्लिम युवकों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें खंभे से बांधकर सार्वजनिक रूप से लाठियों से पीटने का आरोप था. गिरफ्तार किए गए लोगों पर खेड़ा जिले के उंधेला गांव में गरबा कार्यक्रम में पथराव करने का आरोप लगाया गया था. बुधवार (18 अक्टूबर) को जस्टिस एएस सुपेहिया और जस्टिस गीता गोपी ने  फैसला सुनाते हुए इस घटना को ‘अमानवीय’ और ‘मानवता के खिलाफ कृत्य’ करार दिया. पीठ ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने ‘शिकायतकर्ताओं के मानवाधिकारों और गरिमा का अपमान किया मानो उन्हें ऐसा करने का विशेषाधिकार रहा हो. गिरफ्तार व्यक्तियों को भी जीने का अधिकार है, जिसमें गरिमा के साथ जीने का अधिकार शामिल है और किसी के गिरफ्तार होने पर यह ख़त्म नहीं किया जा सकता.

जनता दल (सेकुलर) [जेडीएस] ने गुरुवार (19 अक्टूबर) को इसकी कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष सीएम इब्राहिम निष्कासित कर दिया है. बीते दिनों इब्राहिम ने पार्टी भाजपा के साथ पार्टी के गठबंधन का विरोध किया था. रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा ने राज्य इकाई को भी भंग कर दिया और उनके बेटे एचडी को कुमारस्वामी एड-हॉक अध्यक्ष नियुक्त किया है. इब्राहिम ने सोमवार को जेडीएस में ‘समान विचारधारा वाले’ लोगों के साथ बैठक करते हुए एक ज्ञापन सौंपने के लिए एक कोर समिति के गठन की घोषणा की कि जेडीएस को भाजपा से हाथ नहीं मिलाना चाहिए और उनका वाला गुट ‘मूल पार्टी’ है. उधर, कुमारस्वामी ने गुरुवार को दावा किया कि कर्नाटक में पार्टी के 19 विधायक उनके और उनके पिता के साथ हैं. कर्नाटक के बाहर पार्टी की केरल और महाराष्ट्र में मामूली उपस्थिति है. उल्लेखनीय है कि पार्टी के भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में पार्टी इकाइयों ने नाराजगी व्यक्त की थी और कुछ नेताओं ने पद भी छोड़ दिया था.

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के प्रति नाराज़गी जाहिर की है. एनडीटीवी के अनुसार, उन्होंने कहा कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा, तभी उनकी पार्टी विचार करेगी. अखिलेश ने मध्य प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर तल्ख़ रवैये में कहा, ‘अगर ये मुझे पहले दिन पता होता कि विधानसभा स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है ‘इंडिया’ का तो कभी हमारी पार्टी के लोग (कांग्रेस से) मिलने नहीं जाते और न ही हम कभी सूची देते कांग्रेस के लोगों को. गठबंधन केवल उत्तर प्रदेश में केंद्र के लिए होगा तो उस पर विचार किया जाएगा.’ यादव यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बयान कि सपा का मध्य प्रदेश में कोई जमीनी समर्थन नहीं है, को लेकर भी नाराज़ दिखे. उन्होंने कहा कि उनका कांग्रेस के बड़े नेताओं से निवेदन है कि अपनी पार्टी के छोटे नेताओं से ऐसे बयान न दिलवाएं.

बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति के घर में ईसा मसीह की तस्वीर  है,तो इसका अर्थ यह नहीं हुआ कि उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया है. पीटीआई के अनुसार, अदालत ने एक 17 वर्षीय लड़की द्वारा दायर उस याचिका को स्वीकार किया, जिसमें अमरावती जिला जाति प्रमाणपत्र जांच समिति द्वारा उनकी जाति को ‘महार’ के रूप में अमान्य क़रार देने के आदेश को चुनौती दी गई थी. समिति के अधिकारी का कहना था कि याचिकाकर्ता का परिवार बौद्ध धर्म का पालन करता है और उनके जाति के दावे को अमान्य करने का निर्णय तब लिया गया जब समिति की विजिलेंस सेल ने जांच में पाया कि उनके घर में ईसा मसीह की एक तस्वीर लगी हुई थी. याचिकाकर्ता का कहना था कि तस्वीर किसी ने उपहार में दी थी. अदालत ने कहा कि जांच के दौरान विजिलेंस सेल को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि याचिकाकर्ता का परिवार ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गया था. ‘कोई भी समझदार व्यक्ति इस बात को स्वीकार या इस पर भरोसा नहीं करेगा कि केवल इसलिए कि घर में ईसा मसीह की तस्वीर है, तो उस व्यक्ति ने ईसाई धर्म अपना लिया है.’

देश की एमएमसीजी क्षेत्र की नामी कंपनी डाबर ने बताया है कि उसकी तीन विदेशी सहायक कंपनियां कैंसरकारक होने के आरोप में अमेरिका और कनाडा की संघीय और राज्य अदालतों में मामलों का सामना कर रही हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, डाबर इंडिया की तीन सहायक कंपनियों- नमस्ते लैबोरेटरीज एलएलसी, डर्मोवीवा स्किन एसेंशियल्स इंक और डाबर इंटरनेशनल लिमिटेड को लेकर कुछ उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि प्रतिवादियों द्वारा बेचे गए/या निर्मित हेयर रिलैक्सर उत्पाद में कुछ रसायन होते हैं, जिनके इस्तेमाल से अंडाशय का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं.

उत्तर प्रदेश एटीएस ने नक्सली संबंधों के आरोप में एक्टिविस्ट दंपति को गिरफ़्तार किया है. रिपोर्ट के अनुसार, एक्टिविस्ट बृजेश कुशवाहा को उनके पैतृक निवास देवरिया और उनकी पत्नी प्रभा को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ़्तार किया गया है. कथित नक्सली संबंधों को लेकर इस दंपति से चार साल पहले पूछताछ की गई थी, लेकिन सबूतों की कमी के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका था. हालांकि, उस समय उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर लिया गया था. अब एटीएस ने इन उपकरणों की जांच और उससे मिले डेटा के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने दावा किया है कि उसे उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से पत्र और साहित्य मिले हैं, जो प्रतिबंधित माओवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़े थे.