उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने एक कार्यक्रम के दौरान उन अटकलों को ख़ारिज कर दिया कि राज्य में दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतें कोविड-19 के कारण हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इसका अध्ययन और विश्लेषण कराए जाने की ज़रूरत है.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने बीते रविवार (22 अक्टूबर) को गुजरात में दिल का दौरे पड़ने से होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई. नवरात्रि के दौरान राज्य में गरबा कार्यक्रमों के दौरान कम से कम 10 लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से होने की सूचना है.
आनंदीबेन ने कहा कि ऐसी मौतों का विश्लेषण कर कारणों का पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने ऐसा उन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी मौतें कोविड-19 के कारण हो रही हैं.
आनंदीबेन पटेल ने पाटन जिले के सांडेर गांव में पाटीदार समुदाय के खोडलधाम मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन समारोह के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने देश में कैंसर, तपेदिक और दिल के दौरे जैसी बीमारियों की व्यापकता पर चिंता जताई.
उन्होंने कहा, ‘पूरे देश में कैंसर हो रहा है, दिल का दौरा पड़ने के मामले सामने आ रहे हैं. नवरात्रि के दिनों में गरबा करते हुए अब तक कई युवाओं की मौत हो चुकी है. आप भी जानते हैं और हम भी जानते हैं. इसका (ऐसी मौतों का) विश्लेषण होना चाहिए. ये घटनाएं क्यों हो रही हैं? हम ऐसा क्या कर रहे हैं, जिसके कारण ये घटनाएं हो रही हैं? हाल ही में 13 या 16 साल के एक लड़के की मृत्यु हुई है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि आप इसका विश्लेषण कर रहे हैं या नहीं. हमारे रुशिकेश भाई (गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री) यहां हैं, आप पिछले साल जिन युवाओं की मौत हुई है, उनका हिसाब लीजिए और उसका अध्ययन कराइए. यह समझने वाली महत्वपूर्ण बात है.’
उनके मुताबिक, ‘हम (लोग) दिल के दौरे से होने वाली ऐसी मौतों के पीछे का कारण कोरोना वायरस बताते हैं कि ऐसा वायरस के कारण होता है. नहीं, मैंने मनसुखभाई (केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया) से वायरस के कारण दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतों की बात के बारे में पूछा. उन्होंने न केवल सर्वे कराया, बल्कि शोध भी कराया. लेकिन इसमें कोरोना वायरस को इसके पीछे का कारण नहीं दिखाया गया है. फिर क्या कारण हैं कि यह सब हो रहा है?’
आनंदीबेन पटेल ने कैंसर और तपेदिक के मामलों पर भी बात की और (पाटीदार) समुदाय से आगे आने और बीमारियों से लड़ने के लिए उदारतापूर्वक दान करने के लिए कहा, जिस तरह से उन्होंने सैंडर में खोडलधाम ट्रस्ट के मंदिर को दान दिया था.
इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी पहल का भी उल्लेख किया, जहां विभिन्न उद्योगों और बैंकों के माध्यम से महिलाओं को कैंसर के खिलाफ टीके उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल, कृषि मंत्री राघवजी पटेल, गुजरात विधानसभा में भाजपा के उपसचेतक कौशिक वेकारिया के अलावा पार्टी लाइन के इतर पाटन विधायक और कांग्रेस नेता किरीट पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल जैसे पाटीदार समुदाय के कई नेताओं ने भाग लिया.
खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल हैं. ट्रस्ट का मंदिर पाटन जिले के सांडेर गांव में 50 बीघा जमीन पर 100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बन रहा है. रविवार को सीएम भूपेंद्र पटेल और आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में इसका भूमिपूजन किया गया.