इज़रायल ने भारत से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आग्रह किया

इज़रायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि भारत हमारे आतंकवाद विरोधी अभियानों में मज़बूती से हमारा समर्थन कर रहा है. अब समय आ गया है कि वह हमास को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित करे. उन्होंने हमास के ख़िलाफ़ आतंकवाद विरोधी अभियानों में इज़रायल को समर्थन देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया.

भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन. (फोटो साभार: X/@NaorGilon)

इज़रायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि भारत हमारे आतंकवाद विरोधी अभियानों में मज़बूती से हमारा समर्थन कर रहा है. अब समय आ गया है कि वह हमास को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित करे. उन्होंने हमास के ख़िलाफ़ आतंकवाद विरोधी अभियानों में इज़रायल को समर्थन देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया.

भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन. (फोटो साभार: X/@NaorGilon)

नई दिल्ली: इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने बुधवार (25 अक्टूबर) को कहा कि इजरायल ने भारत से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए कहा है.

पत्रकारों से बातचीत में गिलोन ने कहा कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर आतंकवादी हमले, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, के बाद इजरायल ने भारतीय अधिकारियों से हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने के लिए कहा है.

उन्होंने कहा, ‘अब समय आ गया है कि भारत हमास को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित करे.’ गिलोन ने यह भी संकेत दिया कि यह अनुरोध पहले भी भारत से किया गया था.

उन्होंने हमास के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियानों में इजरायल को ‘100 प्रतिशत’ समर्थन देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया.

गिलोन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकी हमले की निंदा करने वाले पहले विश्व नेताओं में से थे. भारत दुनिया में एक बहुत ही महत्वपूर्ण नैतिक आवाज है और हमारे लिए महत्वपूर्ण देश हमारे साथ हैं.’

उन्होंने कहा, ‘भारत हमारे आतंकवाद विरोधी अभियानों में मजबूती से हमारा समर्थन कर रहा है.’

7 अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में बड़े पैमाने पर जवाबी हमला किया, जिसमें 5,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से गिलोन ने कहा, ‘इजरायल के लिए यह युद्ध मध्य-पूर्व में जीवित रहने के लिए है.’ उन्होंने कहा कि इजरायल हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.’

उन्होंने कहा कि हमास के खिलाफ इजरायली कार्रवाई का उद्देश्य संगठन को ‘पहले की गई क्रूरता’ को दोहराने से रोकना है.

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