नेपाल में आधी रात आए भूकंप से 132 लोगों की मौत, 100 से अधिक घायल

शुक्रवार आधी रात को नेपाल में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. भूकंप का असर भारत में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार तक महसूस किया गया.

नेपाल में भूकंप से गिरे हुए मकानों का मलबा. (फोटो साभार:X/@nknayak17)

शुक्रवार आधी रात को नेपाल में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. भूकंप का असर भारत में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार तक महसूस किया गया.

नेपाल में भूकंप से गिरे हुए मकानों का मलबा. (फोटो साभार:X/@nknayak17)

नई दिल्ली: शुक्रवार आधी रात को नेपाल में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए. भूकंप का असर भारत में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार तक महसूस किया गया.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप रात 11.47 बजे आया और भूकंप का केंद्र काठमांडू से 142 किलोमीटर और नई दिल्ली से 941 किमी दूर जाजराकोट के लामिडांडा में था.

बताया जा रहा है कि नेपाल में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बचाव कार्य जारी है. प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह मेडिकल टीम के साथ प्रभावित स्थानों का दौरा किया. अधिकारियों ने कहा कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस दोनों के जवानों को बचाव कार्य में लगाया गया है. नेपाल में कई स्थानों पर संचार सेवाएं ध्वस्त हो गई हैं.

नेपाल से सामने आईं मलबे की तस्वीरें और वीडियो भूकंप के विनाशकारी प्रभाव को दिखा रहे हैं जहां घर ढह गए हैं और सैकड़ों लोगों के फंसने की संभावना है. जाजराकोट और पश्चिम रुकुम जिलों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं जबकि अन्य जिलों से अभी भी मौतों की खबरें आ रही हैं.

भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन बिंदु पर स्थित नेपाल में भूकंप का खतरा बना रहता है. 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके झटकों से करीब 9,000 लोगों की मौत हो गई थी. शुक्रवार आधी रात को आया भूकंप नेपाल में एक महीने में तीसरा भूकंप था.

इससे पहले 2 अक्टूबर को नेपाल में 6.2 और 4.6 तीव्रता के दो भूकंप आए थे. 22 अक्टूबर को नेपाल में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र काठमांडू से 55 किमी दूर धाडिंग था.

वहां के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, रात 12.08 बजे 4.5 तीव्रता, 12.29 बजे 4.2 तीव्रता, 12.35 बजे 4.3 तीव्रता और सुबह 4.16 बजे 4.6 तीव्रता का झटका आया. झटकों के डर से कई लोगों ने मलबे के बीच खुले में रात बिताई और फंसे हुए लोगों को बचाना जारी रखा.

प्रधानमंत्री कार्यालय से एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात आए भूकंप में जान-माल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया है और तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा निकायों को तैनात किया है.’

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के लिए अपने संदेश में कहा कि भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’