जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के चार प्रतिनिधियों और 12 छात्रावास अध्यक्षों को कुलपति के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के मामले में जांच में शामिल होने के लिए नोटिस मिला है. जेएनयूएसयू अध्यक्ष ने कहा कि कम से कम पांच छात्रावासों में कई दिनों तक पानी की आपूर्ति बंद होने के कारण प्रदर्शन किया गया था.
नई दिल्ली: दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के चार प्रतिनिधियों और 12 छात्रावास अध्यक्षों को कुलपति के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के मामले में जांच में शामिल होने के लिए नोटिस मिला है.
डेक्कन हेरॉल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संबंध में प्रॉक्टर एन. जनार्दन राजू की तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है. छात्रों को पूछताछ के लिए 7 नवंबर को प्रॉक्टर के सामने उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.
बीते 19 सितंबर को कुलपति के आवास के सामने विरोध प्रदर्शन में इन छात्रों की भागीदारी के संबंध में मुख्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा प्राप्त शिकायत के आधार पर जांच बुलाई गई है.
नोटिस प्राप्त करने वाले छात्रों में से एक और जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा, ‘कम से कम पांच छात्रावासों में कई दिनों तक पानी की आपूर्ति बंद होने के बाद जेएनयूएसयू के छात्रों और छात्रावास अध्यक्षों ने कुलपति के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था.’
उन्होंने दावा किया, ‘आज तक इनमें से कुछ छात्रावासों में, जिनमें लगभग 700-800 छात्र रहते हैं, पानी की कमी का सामना करना पड़ता है और आपूर्ति दिन में केवल पांच घंटे ही चलती है.’