केरल विस्फोट: सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सामग्री फैलाने के आरोप में 54 केस दर्ज

बीते 29 अक्टूबर को केरल के कोच्चि ज़िले के कलामासेरी में एक ईसाई प्रार्थना सभा में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. इस घटना को लेकर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और एक समाचार चैनल तथा इसकी संपादक के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: ट्विटर)

बीते 29 अक्टूबर को केरल के कोच्चि ज़िले के कलामासेरी में एक ईसाई प्रार्थना सभा में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. इस घटना को लेकर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और एक समाचार चैनल तथा इसकी संपादक के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया गया है.

29 अक्टूबर को केरल के ​कोच्चि जिले में स्थित एक ईसाई प्रार्थना सभा के दौरान सिलसिलेवार बम विस्फोट किए गए. (फोटो साभार: ट्विटर वीडियोग्रैब)

नई दिल्ली: केरल पुलिस ने कहा कि उसने कोच्चि में कलामासेरी में एक ईसाई प्रार्थना सभा में हाल ही में हुए विस्फोटों के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ सामग्री फैलाने के लिए 54 केस दर्ज किए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच, कोच्चि विस्फोटों में 61 वर्षीय महिला की मौत के बाद इस विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है.

एर्नाकुलम में जिला अधिकारियों ने चौथे पीड़ित की पहचान 61 वर्षीय मौली जॉय के रूप में की है, जो विस्फोटों में 80 प्रतिशत जल गई थीं.

रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे 19 लोगों में से 11 अभी भी गहन चिकित्सा इकाइयों में हैं.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने शनिवार (4 नवंबर) को कहा कि सबसे अधिक 26 मामले मलप्पुरम जिले में दर्ज किए गए, इसके बाद एर्नाकुलम में 15 और तिरुवनंतपुरम में पांच मामले दर्ज किए गए. त्रिशूर शहर और कोट्टायम में दो-दो मामले सामने आए हैं, जबकि पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, पलक्कड़ और कोझिकोड ग्रामीण में एक-एक मामला सामने आया है.

पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उन्होंने कई फर्जी प्रोफाइलों की पहचान की है, जिनका इस्तेमाल ऐसे पोस्ट साझा करने के लिए किया गया है, जो सांप्रदायिक नफरत भड़का सकते हैं.

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘ऐसे फर्जी प्रोफाइल के आईपी एड्रेस की पहचान करने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से अनुरोध किया गया है. राज्य में साइबर सेल ऐसे हैंडल की पहचान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहा है.’

मालूम हो कि बीते 29 अक्टूबर को केरल के कोच्चि जिले के कलामासेरी में एक ईसाई प्रार्थना सभा में कई विस्फोट किए गए थे. घटना के कुछ घंटों बाद डॉमिनिक मार्टिन नाम का एक व्यक्ति त्रिशूर के कोडकारा पुलिस स्टेशन पहुंचा और घटना की जिम्मेदारी लेते हुए आत्मसमर्पण कर दिया था.

इसके बाद बीते 31 अक्टूबर को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ सोशल साइट एक्स पर किए उनके उस पोस्ट के चलते एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने राज्य में बीते 29 अक्टूबर को एक ईसाई प्रार्थना सभा में हुए धमाकों के लिए ‘हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान’ को जिम्मेदार ठहराया था.

पोस्ट में उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए लिखा था कि वह दिल्ली में बैठकर इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि केरल में आतंकवादी संगठन हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान के कारण निर्दोष ईसाइयों पर हमले और बम विस्फोट हो रहे हैं.

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा था कि उनका बयान उनके सांप्रदायिक एजेंडे पर आधारित है. विजयन ने संवाददाताओं से कहा था, ‘जो लोग जहरीले हैं, वे जहर उगलते रहेंगे.’

इसके अलावा प्रार्थना सभा में हुए बम विस्फोट की कवरेज के दौरान विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में एक मलयालम समाचार चैनल और उसकी पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

पुलिस के अनुसार, कोच्चि के कलामासेरी निवासी यासीन अराफात की शिकायत के आधार पर समाचार चैनल ‘रिपोर्टर टीवी’ और इसकी समन्वयक संपादक सुजया पार्वती के खिलाफ बीते 31 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई थी.