ओडिशा: संबलपुर यूनिवर्सिटी परिसर में यौन उत्पीड़न को लेकर विरोध में उतरे छात्र

संबलपुर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने छेड़छाड़ करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई और परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा की मांग को लेकर धरना दिया. एक छात्रा ने बताया कि हर शाम कई स्थानीय युवा जो छात्र नहीं हैं, परिसर में पहुंचकर उपद्रव करते हैं. कई बार छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं. 

संबलपुर विश्वविद्यालय. (फोटो साभार: फेसबुक)

संबलपुर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने छेड़छाड़ करने वालों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई और परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा की मांग को लेकर धरना दिया. एक छात्रा ने बताया कि हर शाम कई स्थानीय युवा जो छात्र नहीं हैं, परिसर में पहुंचकर उपद्रव करते हैं. कई बार छात्राओं से छेड़छाड़ करते हैं.

संबलपुर विश्वविद्यालय. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: ओडिशा के संबलपुर विश्वविद्यालय की छात्राओं ने मंगलवार को छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा की मांग को लेकर संस्थान के प्रशासनिक भवन के सामने धरना दिया.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन दो छात्राओं के साथ छेड़छाड़ किए जाने के एक दिन बाद हुआ है. उक्त छात्राएं विश्वविद्यालय के बाजार परिसर से अपने छात्रावास लौट रही थीं.

एक विद्यार्थी ने बताया, ‘सुरक्षा की कमी के कारण छेड़छाड़ करने वाले अक्सर परिसर में प्रवेश करते हैं और लड़कियों परभद्दी टिप्पणियां करते हैं. हम परिसर में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की मांग कर रहे हैं.’

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर धरना दिया और कुलपति को उनके कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया.

सूत्रों ने बताया कि सोमवार शाम को दो छात्राएं विश्वविद्यालय बाजार परिसर से अपने छात्रावास की ओर जा रही थीं, तभी दो बाहरी लोगों ने उनमें से एक पर टिप्पणी की. जब छात्रा ने विरोध किया तो दोनों मनचलों ने उसे गंदी-गंदी गालियां देनी शुरू कर दीं. एक छात्र लड़कियों की मदद के लिए आगे आया, लेकिन बदमाशों ने उसके साथ भी धक्का-मुक्की की.

आंदोलनकारी छात्रा निशिता प्रियदर्शिनी ने कहा कि हर शाम कई स्थानीय युवा जो छात्र नहीं हैं, परिसर में प्रवेश करते हैं और उपद्रव करते हैं. कई मौकों पर उन्हें छात्राओं से छेड़छाड़ करते हुए पाया गया है. सुरक्षा उपायों की कमी के कारण वे शायद ही कभी पकड़े जाते हैं.

उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि विश्वविद्यालय अधिकारी परिसर में संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं और शाम को पुलिस गश्त बढ़ाएं. हम होम गार्ड के बजाय विश्वविद्यालय चौकी पर पुलिसकर्मियों की तैनाती भी चाहते हैं.’

करीब पांच घंटे तक आंदोलन जारी रहने पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी. बाद में विश्वविद्यालय पहुंचे बुर्ला उपमंडलीय पुलिस अधिकारी एस. दाश और अन्य पुलिस अधिकारियों ने आंदोलनकारी छात्रों को आश्वासन दिया कि सुरक्षा कड़ी की जाएगी. आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन वापस ले लिया.

विश्वविद्यालय के प्रभारी रजिस्ट्रार अशोक कुमार बेहरा ने कहा, ‘परिसर में पर्याप्त सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं. सीसीटीवी कैमरे पहले से ही हैं और अधिक लगाए जाएंगे.’