उत्तर प्रदेश के आगरा में जगनेर स्थित ब्रह्मकुमारी आश्रम का मामला. पुलिस ने बताया कि दोनों बहनों ने एक-एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें आश्रम के चार कर्मचारियों पर उनके 25 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया गया है. आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर पुलिस चारों फ़रार कर्मचारियों की तलाश कर रही है.
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहने वाली दो बहनों की शुक्रवार (10 नवंबर) देर रात आत्महत्या से मृत्यु हो गई. पुलिस ने बताया कि उन्होंने एक-एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने आश्रम के चार कर्मचारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
पुलिस ने कहा कि बहनें एकता (37 वर्ष) और शिखा (34 वर्ष) एक साल से आगरा के जगनेर इलाके में आश्रम में रह रही थीं. शुक्रवार रात करीब 11 बजे वे मृत पाई गईं. पुलिस ने कहा कि आत्महत्या से पहले उन्होंने ब्रह्मकुमारी समूह और अपने परिवार के सदस्यों को वॉट्सऐप पर अपने सुसाइड नोट भी भेजे थे.
खेरागढ़ के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) महेश कुमार ने कहा, ‘युवतियों का भाई सोनू, जो आश्रम से लगभग 13 किमी दूर रहता है, अपने मोबाइल पर संदेश मिलने के बाद वहां पहुंच गया था. हमने दोनों सुसाइड नोट और उनके फोन अपने कब्जे में ले लिए हैं. दोनों बहनों ने आश्रम के चार कर्मचारियों पर उनके 25 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है.’
पुलिस ने कहा कि दोनों के सुसाइड नोट में नामित आश्रम कर्मचारियों के खिलाफ जगनेर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एसीपी कुमार ने कहा, ‘हमने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया है, जो फिलहाल फरार हैं.’
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, एकता का तीन और शिखा का एक पेज का सुसाइड नोट है. सुसाइड नोट में नीरज सिंघल नामक व्यक्ति पर धोखा देने, उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
एसीपी कुमार ने बताया कि मामला आत्महत्या का है. दो सुसाइड नोट मिले हैं. इनमें ग्वालियर और माउंट आबू के सेंटरों के लोगों सहित चार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, दोनों बहनों ने आठ साल पहले माउंट आबू में दीक्षा ग्रहण की थी. उनको जगनेर में ब्रह्मकुमारी सेंटर बनवाने का जिम्मा सौंपा गया था. बहनों ने इसके लिए मथुरा स्थित अपना प्लॉट भी सात लाख में बेचकर उससे मिली रकम लगा दी थी.
दोनों के सुसाइड नोट में नीरज सिंघल, उनके पिता ताराचंद, गुड्डन व ग्वालियर की महिला पर आरोप लगाया है. एकता के नाम से मिले तीन पेज के सुसाइड नोट की शुरुआत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए की गई है.