राष्ट्रीय स्तर पर केरल को बदनाम करने के लिए बनाई जा रही हैं प्रोपेगेंडा फिल्में: पिनराई विजयन

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य की सामाजिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को कमतर करके राज्य को कमज़ोर करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक समन्वित प्रयास किया जा रहा है. कुछ लोगों द्वारा केरल समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

पिनराई विजयन. (फोटो साभार: फेसबुक/CMOKerala)

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य की सामाजिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को कमतर करके राज्य को कमज़ोर करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक समन्वित प्रयास किया जा रहा है. कुछ लोगों द्वारा केरल समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन. (फोटो साभार: facebook/@CMOKerala)

नई दिल्ली: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार (13 नवंबर) को कहा कि राज्य की सामाजिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को कमतर करके राज्य को कमजोर करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक समन्वित प्रयास किया जा रहा है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विजयन ने केरल नवोधन संरक्षण समिति (पुनर्जागरण संरक्षण मंच) के राज्य नेतृत्व सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर केरल को बदनाम करने के लिए प्रोपेगेंडा फिल्में भी बनाई जा रही हैं.

विजयन ने कहा कि केरल ने प्रगतिशील आंदोलनों और लोकप्रिय संघर्षों के परिणामस्वरूप दुनिया का ध्यान खींचा है, लेकिन देश में यह प्रचारित करने का प्रयास किया जा रहा है कि ऐसा नहीं है.

विजयन ने कहा, ‘हमारी सामाजिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को कमतर करके राज्य को कमजोर करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक समन्वित प्रयास किया जा रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर केरल को बदनाम करने के लिए घृणित अभियान चलाए जा रहे हैं और यहां तक कि इसके एक हिस्से के रूप में प्रोपेगेंडा फिल्में भी बनाई जा रही हैं.’

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का भी प्रयास किया जा रहा है और यह हाल ही में कलामासेरी बम विस्फोटों के तुरंत बाद स्पष्ट हो गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘घटना के तुरंत बाद सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काकर समाज में विभाजन पैदा करने के लिए इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया, लेकिन केरल ने इस तरह के कदमों का विरोध करने के लिए एकजुट होकर रैली की.’

उन्होंने कहा कि राज्य का असली इतिहास छिपाया जा रहा है, जबकि फर्जी इतिहास बनाकर यह प्रचारित किया जा रहा है कि देश का इतिहास एक खास समूह का है.

उन्होंने कहा, ‘एक प्रगतिशील सोच वाला समाज इस तरह के कदमों को स्वीकार नहीं कर सकता है.’ उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा केरल समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.