यूपी: दलित युवक की हिरासत में मौत मामले में आठ पुलिसकर्मियों को गिरफ़्तार करने के आदेश

उत्तर प्रदेश के खुर्जा पुलिस स्टेशन में दिसंबर 2020 में 24 वर्षीय दलित युवक की हिरासत में मौत हो गई थी. पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने ख़ुद फांसी लगा ली थी. वहीं, पीड़ित परिवार ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था. हाईकोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबी-सीआईडी मेरठ ने की और आठ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया था.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Youth For Human Rights Documentation)

उत्तर प्रदेश के खुर्जा पुलिस स्टेशन में दिसंबर 2020 में 24 वर्षीय दलित युवक की हिरासत में मौत हो गई थी. पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने ख़ुद फांसी लगा ली थी. वहीं, पीड़ित परिवार ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था. हाईकोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबी-सीआईडी मेरठ ने की और आठ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया था.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Youth For Human Rights Documentation)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में मेरठ क्राइम ब्रांच-आपराधिक जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) ने साल 2020 में बुलंदशहर के खुर्जा पुलिस स्टेशन में हिरासत में एक दलित व्यक्ति की हत्या में शामिल आठ पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के लिए बुलंदशहर और सहारनपुर पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखा है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि खुर्जा इलाके के रहने वाले 24 वर्षीय सोनू कुमार 6 दिसंबर, 2020 को अपने गांव की एक लड़की के साथ भाग गए थे. इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लेकर प्रताड़ित किया था. पुलिस ने 10 दिसंबर 2020 को दोनों युवक-युवती को ढूंढ लिया था.

सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन वह लॉकअप में मृत पाए गए थे. पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने पुलिस स्टेशन के अंदर खुद को फांसी लगा ली थी.

वहीं, पीड़ित के परिवार ने यूपी पुलिस पर हिरासत में हत्या का आरोप लगाया था.

कथित तौर पर पुलिस के दबाव के बाद बिना पोस्टमॉर्टम के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनके परिवार ने खुर्जा पुलिस पर हिरासत में उनकी हत्या करने का आरोप लगाया और इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्याय के लिए याचिका दाखिल की थी.

कोर्ट के आदेश के आधार पर आठ पुलिसकर्मियों समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. 29 मार्च, 2022 को एफआईआर में खुर्जा पुलिस स्टेशन के एसएचओ मिथिलेश उपाध्याय, दो सब-इंस्पेक्टर, पांच कॉन्स्टेबल और तीन अन्य लोगों को नामित किया गया था.

जांच सीबी-सीआईडी मेरठ को सौंपी गई, जिसने आठ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया और तीन को बरी कर दिया.

सीबी-सीआईडी एसपी मेरठ अलका सिंह ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के लिए एसएसपी बुलंदशहर और एसएसपी सहारनपुर को पत्र जारी किए गए हैं.

सिंह ने कहा, ‘आरोपी इंस्पेक्टर वर्तमान में सहारनपुर जिले में तैनात हैं, जबकि दो सब-इंस्पेक्टर सेवानिवृत्त हो चुके हैं और आगरा में रहते हैं. सरकार की मंजूरी के बाद पत्र जारी किया गया है. गिरफ्तारियां खुर्जा पुलिस द्वारा की जाएंगी, जहां एफआईआर दर्ज की गई थी.’

एसएसपी बुलंदशहर श्लोक कुमार ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी.