रेवंत रेड्डी को तेलंगाना का मुख्यमंत्री बनाए जाने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष प्रमुख रेवंत रेड्डी राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह 7 दिसंबर को होगा. कांग्रेस के 64 में से 42 विधायकों ने रेवंत रेड्डी का समर्थन किया है. इससे पहले, कांग्रेस ने 6 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का फैसला किया था, जिसे रेवंत की उम्मीदवारी पर ‘आपत्तियों’ के बाद स्थगित कर दिया गया था. रेवंत रेड्डी टीडीपी से कांग्रेस में शामिल हुए थे और एन. चंद्रबाबू नायडू के करीबी माने जाते थे. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता के रूप में की थी, जिससे वे तेलंगाना (अब भारत) राष्ट्र समिति सहित कई पार्टियों में शामिल हुए. 2021 में कांग्रेस में शामिल होने के तुरंत बाद उन्हें पार्टी की राज्य इकाई का प्रमुख बनाया गया था.

राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके आवास पर तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, इसके बाद से हमलावरों की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं. जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि तीन हमलावरों में से एक की पहचान स्थानीय दुकानदार नवीन सिंह शेखावत के रूप में हुई है, जिसे गोगामेड़ी पर गोली चलाने पर उनके सुरक्षा गार्डों ने गोली मारी थी. सोशल मीडिया पर  प्रसारित घटना की एक वीडियो क्लिप के अनुसार, गोगामेड़ी पर दो लोगों ने अचानक गोली चलाई. उनके साथ बैठे उनके सुरक्षा गार्ड अजीत सिंह ने हमलावरों पर गोलीबारी की और उनमें से एक को मार गिराया. घटना में सिंह को भी गोली लगी. वीडियो क्लिप में दिखता है कि जैसे ही गोगामेड़ी जमीन पर गिरते हैं, हमलावर बाहर निकलने से पहले उनकी पीठ में एक आखिरी गोली मारते हैं. लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य रोहित गोदारा कपूरीसर ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली है. हालांकि, पुलिस ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है.

भारतीय बैंकों ने बीते 5 साल में 10.6 लाख करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाल दिए. रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने सोमवार लोकसभा को बताया कि पिछले पांच वर्षों में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) ने लगभग 10.6 लाख करोड़ रुपये के क़र्ज़ माफ कर दिए, जिसमें से लगभग आधी राशि बड़े औद्योगिक घरानों की थी. लगभग 2,300 लोन लेने वाले, जिनमें से प्रत्येक का ऋण 5 करोड़ रुपये से अधिक था, ने जानबूझकर लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया. वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने उन व्यक्तिगत कर्जदारों का नाम नहीं बताया, जिनके ऋण आरबीआई अधिनियम का हवाला देते हुए बट्टे खाते में डाले हैं. आरबीआई डेटा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सभी एससीबी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान ऋण के भुगतान में देरी के खिलाफ पेनाल्टी सहित दंड शुल्क के रूप में 5,309.80 करोड़ रुपये की कुल राशि एकत्र की है.

देश की 54 फार्मा कंपनियों के कफ सीरप के सैंपल निर्यात गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की रिपोर्ट ने देशभर के विभिन्न राज्यों में नमूनों के परीक्षण पर आधारित डेटा को एकत्र करके अपनी रिपोर्ट जारी की है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ जैसे कई राज्यों में सरकारी प्रयोगशालाओं (लैब) में परीक्षण किए गए 2,014 सैंपल में से 128 (या 6%) गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे और ‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं’ (नॉट ऑफ स्टैंडर्ड क्वॉलिटी- एनएसक्यू) पाए गए. कई देशों में भारतीय कफ सीरप के कथित दुष्प्रभावों की रिपोर्ट्स आने के बाद सरकार ने कफ सीरप निर्यातकों के लिए विदेश भेजने के पहले उनकी दवा का सरकारी लैब में टेस्ट अनिवार्य कर दिया था.