चुनाव में मिज़ो नेशनल फ्रंट को अपदस्थ करके सत्ता हासिल करने वाले क्षेत्रीय दल ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट के संस्थापक लालदुहोमा इस उत्तर-पूर्वी राज्य के छठे मुख्यमंत्री बने हैं. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के. सपडांगा ने उपमुख्यमंत्री का पदभार संभाला है.
नई दिल्ली: मिजोरम में शुक्रवार को नए मुख्यमंत्री ने शपथ ले ली. विधानसभा चुनाव में मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) को अपदस्थ करके सत्ता हासिल करने वाले क्षेत्रीय दल ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के संस्थापक लालदुहोमा इस उत्तर-पूर्वी राज्य के छठे मुख्यमंत्री बने हैं.
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के. सपडांगा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
आइजोल से आ रही खबरों के मुताबिक, राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने लालदुहोमा और उनके मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
बीते 7 दिसंबर को जेडएमपी के विधायक दल ने लालदुहोमा को अपना नेता चुना, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में उनके शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया. 6 दिसंबर को जेडएमपी की सलाहकार समिति वैल उपा काउंसिल ने नए मंत्रिमंडल के गठन पर चर्चा करने के लिए आइजोल में लालदुहोमा के आवास पर बैठक की थी.
एनडीटीवी के मुताबिक, 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में लालरिनपुई अकेली महिला मंत्री हैं. 12 में से सात मंत्री पहली बार जीते हैं.
शुक्रवार को शपथ लेने वाले अन्य मंत्रियों में के. सपडांगा, वनलालह्लाना, सी. लालसाविवुंगा, लालथनसांगा, डॉ. वनलालथलाना, पीसी वनलालरुआता, लालरिनपुई ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. वहीं, एफ. रोडिंगलियाना, बी लालचनज़ोवा, प्रो. लालनिलवामा और लालनघिंगलोवा हमार ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.
40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 7 नवंबर को मतदान हुआ था. राज्य में कुल 78.40 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था, जहां 16 महिलाओं सहित कुल 174 उम्मीदवार मैदान में थे.
यहां ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ज़ेडपीएम) ने 27 सीटें जीतकर सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट को विपक्ष में बैठने के लिए मजबूर कर दिया. जोरामथांगा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ एमएनएफ 10 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. भाजपा को दो और कांग्रेस को एक सीट मिली हैं.
मिजोरम के इतिहास में पहली बार विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था. ज़ेडपीएम शीर्ष पर पहुंचने के साथ न केवल पूर्वोत्तर में सत्ता हासिल करने वाली एक नई क्षेत्रीय पार्टी बन गई है, बल्कि मिजोरम में पारंपरिक तौर पर एमएनएफ और कांग्रेस के बीच सत्ता के लिए होने वाले मुकाबले में एक सक्षम दावेदार बनकर सामने आई है.