प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि अग्निशमन सेवा विभाग के तहत फायरमैन और ड्राइवर पदों पर भर्ती के लिए मौखिक परीक्षा बिना किसी देरी के तुरंत आयोजित की जाए. उनके अनुसार, वे पिछले साल फिजिकल टेस्ट में शामिल हुए थे, जिसके बाद वे इस साल 8 जनवरी को लिखित परीक्षा में शामिल हुए थे.
नई दिल्ली: त्रिपुरा में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के एक समूह ने बीते शुक्रवार (15 दिसंबर) को राजधानी अगरतला में गणराज चौमुहानी के पास मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के निजी आवास का घेराव किया.
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि अग्निशमन सेवा विभाग के तहत फायरमैन और ड्राइवर पदों पर भर्ती के लिए मौखिक परीक्षा बिना किसी देरी के तुरंत आयोजित की जाए.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थिति से निपटने के लिए त्रिपुरा पुलिस और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई थी. बाद में प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक वहां से चले गए.
प्रदर्शनकारियों के अनुसार, वे पिछले साल फिजिकल टेस्ट में शामिल हुए थे, जिसके बाद वे इस साल 8 जनवरी को लिखित परीक्षा में शामिल हुए.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘फिजिकल टेस्ट के लिए एक अधिसूचना पिछले साल मई में जारी की गई थी. बाद में हम इस साल जनवरी में लिखित परीक्षा के लिए उपस्थित हुए. लगभग पूरा एक साल बीत जाने के बावजूद न तो इन परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए और न ही मौखिक परीक्षा कराने की कोई पहल की गई. हम इस मामले पर बात करने के लिए सीएम सर से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस और टीएसआर कर्मचारियों ने हमें यहां रहने की अनुमति नहीं दी.’
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘इससे पहले हम निदेशक से मिले और सिविल सचिवालय में सीएम से मिलने के लिए समय भी मांगा. आज (शुक्रवार) हम मौखिक परीक्षा के अपेक्षित कार्यक्रम के बारे में बात करने के लिए सीएम से मिलने आए थे.’
उन्होंने कहा, ‘देरी के कारण कई उम्मीदवार नौकरी के लिए अपनी अधिकतम आयु सीमा पार कर चुके हैं.’
अग्निशमन सेवा विभाग में फायरमैन के कुल 304 रिक्त पदों और ड्राइवर के अन्य 25 पदों को भरने के लिए परीक्षा आयोजित किए गए थे.