मानव तस्करी पर द वायर में प्रकाशित रिपोर्ट ने खोजी रिपोर्टिंग में इटली का शीर्ष पुरस्कार जीता

यह रिपोर्ट इस बात पर गहराई से प्रकाश डालती है कि कैसे अच्छी कमाई के विचार से आकर्षित होकर हज़ारों पंजाबी युवा इटली जाने के लिए तस्करों को लाखों रुपये का भुगतान करते हैं और वहां जाकर उन्हें लगभग गुलामी की स्थितियों में काम करना पड़ता है. तीन अन्य पत्रकारों के साथ द वायर से जुड़ीं कुसुम अरोड़ा ने इस रिपोर्ट को लिखा था.

द वायर में 14 अप्रैल 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट, जिसे पुरस्कृत किया गया.

यह रिपोर्ट इस बात पर गहराई से प्रकाश डालती है कि कैसे अच्छी कमाई के विचार से आकर्षित होकर हज़ारों पंजाबी युवा इटली जाने के लिए तस्करों को लाखों रुपये का भुगतान करते हैं और वहां जाकर उन्हें लगभग गुलामी की स्थितियों में काम करना पड़ता है. तीन अन्य पत्रकारों के साथ द वायर से जुड़ीं कुसुम अरोड़ा ने इस रिपोर्ट को लिखा था.

द वायर में 14 अप्रैल 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट, जिसे पुरस्कृत किया गया.

नई दिल्ली: द वायर द्वारा प्रकाशित एक खोजी रिपोर्ट ने इतालवी पत्रकार संघ (Federazione Nazionale Stampa Italiana) द्वारा दिया जाने वाला ‘प्रादेशिक खोजी पत्रकारिता के लिए टीना मर्लिन पुरस्कार’ जीता है.

यह रिपोर्ट भारत के जालंधर और इटली के लैटिना शहर से फाइल की गई थी, जिसे कुसुम अरोड़ा, स्टेफनिया प्रांडी, फ्रांसेस्का सिकुल्ली और चार्लोट एगार्ड ने लिखा था. अरोड़ा लंबे समय से द वायर से जुड़ी हुई हैं.

रिपोर्ट को इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट इटली के पोर्टल पर एक साथ प्रकाशित किया गया था.

बिहान्ड द स्वीटनेस ऑफ इटलीज़ कीवी फ्रूट लाइ द ट्रैफिकिंग एंड एक्प्लॉयटेशन ऑफ इंडियन वर्कर्स’ शीर्षक से यह रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी. रिपोर्ट इस बात पर गहराई से प्रकाश डालती है कि कैसे अच्छी कमाई के विचार से आकर्षित होकर हजारों पंजाबी युवा इटली जाने के लिए तस्करों को लाखों रुपये का भुगतान करते हैं और वहां जाकर उन्हें लगभग गुलामी की स्थितियों में काम करना पड़ता है.

बीते 16 दिसंबर को हुए पुरस्कार समारोह में इतालवी पत्रकार संघ की महासचिव एलेसेंड्रा कोस्टांटे, परिषद सदस्य – डोमेनिको एफिनिटो, माटेओ नक्कारी एवं मोनिका एंडोल्फैटो, बेलुनो प्रांत के मेयर और अध्यक्ष रॉबर्टो पैड्रिन तथा तमाम अन्य पत्रकार मौजूद थे.

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