यूपी: दूल्हे के बड़ी बहन से शादी से इनकार के बाद नाबालिग का विवाह करवाया, केस दर्ज

उन्नाव ज़िले में एक 13 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर 22 वर्षीय व्यक्ति से शादी कर दी गई, क्योंकि दूल्हे ने उसकी बड़ी बहन ने शादी करने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने दूल्हे, लड़की के परिवार, शादी कराने वाले पुजारी और समारोह में शामिल होने वाले 111 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: ट्विटर)

उन्नाव ज़िले में एक 13 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर 22 वर्षीय व्यक्ति से शादी कर दी गई, क्योंकि दूल्हे ने उसकी बड़ी बहन ने शादी करने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने दूल्हे, लड़की के परिवार, शादी कराने वाले पुजारी और समारोह में शामिल होने वाले 111 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है.

(इलस्ट्रेशन: एलीज़ा बख़्त/द वायर)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक 13 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर 22 वर्षीय व्यक्ति से शादी कर दी गई, क्योंकि उसकी बड़ी बहन ने शादी से इनकार कर दिया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि 20 साल की बड़ी बहन शादी से कुछ दिन पहले अपने बॉयफ्रेंड के साथ घर से चली गई थी. हालांकि वह तय शादी से चार दिन पहले ही लौट आई, लेकिन लुधियाना में काम करने वाले दूल्हे ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया.

अधिकारियों के अनुसार, ऐसी स्थिति में परिवार ने कथित तौर पर लड़की की छोटी बहन, जो कक्षा 8 की छात्रा है, को शादी करने को कहा गया.

यह घटना तब सामने आई जब बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की एक टीम ने बाल विवाह की एक शिकायत की जांच की.

पुलिस ने मंगलवार (19 दिसंबर) को दूल्हे, लड़की के परिवार, शादी कराने वाले पुजारी और समारोह में शामिल होने वाले 111 लोगों पर बाल विवाह निषेध अधिनियम और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया, जो 18 साल से कम उम्र की महिलाओं और 21 साल से कम उम्र के पुरुषों और किशोरों की शादी पर रोक लगाता है.

संबंधित पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी (एसएसओ) ने कहा कि मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और जांच शुरू हो गई है.

सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमारी ने अपनी शिकायत में कहा कि 13 दिसंबर को सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष प्रीति सिंह को एक सूत्र के माध्यम से एक गांव में संभावित बाल विवाह के बारे में पता चला था. सिंह ने कहा कि उन्होंने सूचना को सत्यापित करने के लिए तुरंत पुलिस के साथ जिला सीडब्ल्यूसी की एक टीम भेजी.

टीम ने पाया कि एक किसान के घर पर शादी समारोह का आयोजन किया जा रहा था, जिसके खिलाफ बाल विवाह की शिकायत दर्ज की गई थी. किसान ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि उसकी बड़ी बेटी की शादी है और सीडब्ल्यूसी टीम लौट आई.

जब अगले दिन फिर से बाल विवाह की आशंका जताई गई तो सिंह ने एक बार फिर किसान के यहां एक टीम भेजी. टीम ने नाबालिग लड़की और परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए और पता चला कि यह छोटी बहन थी, जिसकी पिछले दिन शादी हुई थी.

सिंह ने कहा, ‘13 दिसंबर को जब पुलिस और बाल कल्याण टीम किसान के घर पहुंची, तो परिवार ने बहाना किया कि बड़ी बेटी की शादी हो रही है. हालांकि, टीम के वापस जाने के बाद असली समारोह, जिसमें नाबालिग लड़की शामिल थी, घर के अंदर हुआ.’

सीडब्ल्यूसी ने नाबालिग लड़की का बयान दर्ज किया है. सिंह ने कहा, ‘उनसे एक हलफनामा लेने के बाद उसे उनके माता-पिता को लौटा दिया गया है. परिवार इस बात पर सहमत हुआ कि वे स्वीकार्य उम्र से पहले उसकी शादी नहीं करेंगे. उन्होंने हलफनामे में यह भी कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि लड़की की शिक्षा न रुके.’