कांग्रेस ने बताया है कि राहुल गांधी 14 जनवरी से 20 मार्च तक 6,200 किलोमीटर की भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे, जो 14 राज्यों के 85 ज़िलों से होकर गुजरेगी. यात्रा में मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य कवर किए जाएंगे.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 14 जनवरी से भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे, जो 14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी. यात्रा 20 मार्च को ख़त्म होगी.
ज्ञात हो कि इससे पहले राहुल गांधी ने पिछले साल कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, जो इस साल की शुरुआत में कश्मीर में ख़त्म हुई थी.
इस बार यात्रा मणिपुर की राजधानी इंफाल से शुरू होकर मुंबई में खत्म होगी.
26 दिसंबर को मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया, ‘भारत न्याय यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र को कवर करेगी.’
बताया गया है कि इस बार यात्रा पूरी तरह से भारत जोड़ो यात्रा की तरह पैदल नहीं निकाली जाएगी. इस बार रुक-रुक कर पैदल चलने के साथ बस यात्रा भी शामिल होगी. उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी बाद में मीडिया के साथ साझा की जाएगी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्विटर पोस्ट में बताया, ’14 जनवरी से लेकर 20 मार्च तक 6,200 किलोमीटर लंबी भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों के 85 ज़िलों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुज़रेगी. इसकी शुरुआत मणिपुर से होगी और समाप्ति मुंबई में.’
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन मुद्दे उठाए थे. उन्होंने आर्थिक विषमता के मुद्दे को उठाया था, सामाजिक ध्रुवीकरण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी और राजनीतिक तानाशाही- जो आज देश की हक़ीक़त बन गई है- उसके बारे में लोगों को अवगत कराया था. वह यात्रा मन की बात करने के लिए नहीं बल्कि जनता की चिंता थी.
उन्होंने जोड़ा, ‘… अब शुरू होने जा रही भारत न्याय यात्रा- आर्थिक न्याय के लिए, सामाजिक न्याय के लिए और राजनीतिक न्याय के लिए है. इसका उद्देश्य लोकतंत्र को बचाना है, संविधान को बचाना है, और महंगाई और बेरोज़गारी से जो करोड़ों पीड़ित परिवार हैं उनमें उज्जवल भविष्य का भरोसा जगाना है.
बताया गया है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इंफाल से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे. यह पूछे जाने पर कि मणिपुर को ही क्यों चुना गया, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ऐसा मणिपुर के लोगों के घावों को भरने के लिए किया गया. यह देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में बीते करीब आठ महीनों से जातीय हिंसा से जूझ रहा है, जिसमें हजारों लोग विस्थापित हुए और डेढ़ सौ से अधिक लोग मारे गए हैं.
राज्य में हिंसा के दौरान भी राहुल गांधी ने राज्य का दौरा किया था. कांग्रेस पार्टी ने हिंसा के दौरान या उसके बाद राज्य का दौरा न करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना भी साधा था.
यह पूछे जाने पर कि क्या ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य सहयोगी भी भारत न्याय यात्रा में शामिल होंगे, पार्टी नेताओं ने कहा कि इसके बारे में बाद में बताया जाएगा.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अन्य राजनीतिक दलों के कई नेता कार्यक्रमों के लिए राहुल गांधी के साथ शामिल हुए थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार यात्रा से प्रभावित होगा, वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव अभियान और यात्रा एक साथ चल सकते हैं.