भारतीय कुश्ती महासंघ का कार्यालय भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास से हटाया गया

खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ की नवगठित समिति को निलंबित करने के कारणों में से एक यह भी था कि महासंघ का कामकाज इसके पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के घर से चल रहा था. नया कार्यालय नई दिल्ली के हरि नगर क्षेत्र में स्थित है. महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

बृजभूषण शरण सिंह. (फोटो साभार: फेसबुक)

खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ की नवगठित समिति को निलंबित करने के कारणों में से एक यह भी था कि महासंघ का कामकाज इसके पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के घर से चल रहा था. नया कार्यालय नई दिल्ली के हरि नगर क्षेत्र में स्थित है. महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

(फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने बीते शुक्रवार (29 दिसंबर) को अपना कार्यालय अपने पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास से स्थानांतरित कर दिया. खेल मंत्रालय ने हाल ही में इस पर गंभीर आपत्ति जताई थी.

इंडियन एक्सप्रेस ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया है कि एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘बृजभूषण के परिसर को खाली करने के बाद कुश्ती महासंघ नई दिल्ली में एक नए पते से काम करेगा.’

इसका नया कार्यालय नई दिल्ली के हरिनगर क्षेत्र में स्थित है.

मंत्रालय ने बीते 24 दिसंबर को अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में नवगठित डब्ल्यूएफआई समिति को उनके प्रमुख चुने जाने के तीन दिन बाद निलंबित करते हुए कड़ी कार्रवाई करने के कारणों में से एक के रूप में बृजभूषण के आवास से चल रहे कार्यालय का भी हवाला दिया था.

मंत्रालय ने अपने पत्र में कहा था, ‘महासंघ का कामकाज पूर्व पदाधिकारियों (बृजभूषण) द्वारा नियंत्रित परिसर से चलाया जा रहा है – यही वह कथित परिसर है, जिसमें खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है और वर्तमान में अदालत इस मामले की सुनवाई कर रही है.’

मंत्रालय ने यह भी कहा था कि महासंघ का नवगठित निकाय ‘पूर्व (डब्ल्यूएफआई) पदाधिकारियों के पूर्ण नियंत्रण’ में काम कर रहा है, जो राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप नहीं है.

बता दें कि ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत कई शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में हो रही है.

बीते 21 दिसंबर को बृजभूषण के करीबी सहयोगी संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई प्रमुख चुने जाने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की थी, जबकि बजरंग ने अपना पद्म श्री पुरस्कार लौटा दिया था और विनेश ने भी अपने खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस लौटाने का फैसला किया था.

उन्होंने आरोप लगाया था कि वे नहीं चाहते कि भाजपा सांसद का कोई करीबी सहयोगी महासंघ चलाए. इसके साथ ही डेफलंपिक स्वर्ण पदक विजेता वीरेंद्र सिंह यादव ने भी अपने पदक और पद्मश्री पुरस्कार वापस करने की घोषणा की थी.

वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने एक बार फिर से कुश्ती के संचालन के लिए वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रमुख भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय तदर्थ समिति का गठन किया है.