इंफाल पुलिस ने भड़काऊ समाचार प्रकाशित करने के आरोप में स्थानीय दैनिक ‘कांगलेइपाकी मीरा’ के संपादक वांगखेमचा श्यामजई को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर दंगा भड़काने का इरादा रखने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. वे 31 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिए गए हैं.
नई दिल्ली: पुलिस और गांव के सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया है कि इंफाल पश्चिम जिले के कडांगबंद इलाके में सुरक्षा में तैनात (गार्ड ड्यूटी) एक स्वयंसेवक (वॉलंटियर) की शनिवार (30 दिसंबर) को अज्ञात बंदूकधारियों के साथ गोलीबारी में मौत हो गई.
वहीं, एक दूसरी घटना में पुलिस ने भड़काऊ खबर प्रकाशित करने के आरोप में स्थानीय दैनिक ‘कांगलेइपाकी मीरा’ के संपादक वांगखेमचा श्यामजई को गिरफ्तार कर लिया है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, श्यामजई के खिलाफ आरोपों में दंगा भड़काने का इरादा और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना शामिल हैं.
कडांगबंद, जो 3 मई को भड़की जातीय हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था, कुकी-ज़ो जनजाति प्रभुत्व वाले कांगपोकपी जिले की सीमा पर स्थित है.
सूत्रों ने कहा कि 35 वर्षीय जेम्स बॉन्ड निंगोम्बम नामक व्यक्ति शनिवार तड़के इलाके की रखवाली कर रहे ग्रामीण स्वयंसेवकों के एक समूह का हिस्सा था. उसी समय उन लोगों पर हथियारबंद लोगों ने हमला किया था.
उन्होंने बताया कि गोलीबारी सुबह तक चली, जिसमें घायल निंगोम्बम की अत्यधिक खून बहने के कारण मौत हो गई. उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जेएनआईएमएस शवगृह में रखा गया है.
राज्य में जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. वहीं, बीते 4 दिसंबर को सुरक्षा बलों को गोलीबारी की सूचना मिलने के कुछ घंटों बाद तेंगनौपाल जिले के एक आंतरिक हिस्से में 13 लोगों के गोलियों से छलनी शव बरामद किए गए थे.
इस बीच, पुलिस ने कहा कि ‘कांगलेइपाकी मीरा’ के संपादक वांगखेमचा श्यामजई को इंफाल पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी की स्वत: संज्ञान कार्रवाई के आधार पर शुक्रवार (29 दिसंबर) को गिरफ्तार किया गया था और 31 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि संपादक को प्रारंभिक जांच में यह पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था कि उनका अखबार जातीय संघर्ष के बीच ‘भड़काऊ और असत्यापित’ खबरें प्रकाशित कर रहा है.
इससे पहले 2 दिसंबर को मणिपुर भाजपा के उपाध्यक्ष लैशराम मीनाबंता सिंह ने श्यामजई के अखबार पर नफरत भड़काने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.
इस बीच एक संयुक्त बयान में ऑल मणिपुर जर्नलिस्ट्स यूनियन (जिसके श्यामजई पूर्व अध्यक्ष थे) और एडिटर्स गिल्ड मणिपुर (ईजीएम) ने उनकी गिरफ्तारी की निंदा की और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की.
गोलीबारी में मणिपुर पुलिस का एक जवान घायल
एक अन्य घटना में अधिकारियों ने बताया कि तेंगनौपाल जिले के मोरेह में शनिवार दोपहर करीब 3:50 बजे अज्ञात बंदूकधारियों और सुरक्षा बलों के बीच भारी गोलीबारी में मणिपुर पुलिस का एक जवान घायल हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जवान उस समय घायल हो गया जब बंदूकधारियों ने पुलिस वाहनों को निशाना बनाया.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘इंफाल-मोरेह सड़क के एम. चाहनौ गांव खंड को पार करते समय हमले में एक कमांडो छर्रे लगने से घायल हो गया.’
अधिकारियों ने बताया कि घायल कमांडो की पहचान 5 आईआरबी के पोंखालुंग के रूप में की गई है, फिलहाल उनका 5 असम राइफल्स शिविर में इलाज चल रहा है.
पुलिस ने कहा, ‘अज्ञात बंदूकधारियों ने तेंगनौपाल जिले के मोरेह वार्ड नंबर 9 के चिकिम वेंग में मोरेह की कमांडो टीम पर गोलियां चलाईं और बम फेंके. यह घटना तब हुई जब मणिपुर पुलिस के जवान इलाके का नियमित निरीक्षण कर रहे थे.’
पुलिस ने आगे कहा, ‘शुरुआत में दो बम विस्फोट हुए, इसके बाद 350 से 400 राउंड गोलियां चलीं.’ इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मोरेह में दो घरों में भी आग लगा दी गई.