लक्षद्वीप को प्रमोट करने की होड़ में भारतीय हस्तियों ने विदेशी द्वीपों की तस्वीरें साझा कीं

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव की जगह देश के द्वीपीय स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील शुरू हो गई थी. इसके बाद मालदीव के नेताओं और अन्य का भारतीयों के साथ सोशल मीडिया पर विवाद हो गया था. इस क्रम में पीएम मोदी पर टिप्पणी के लिए मालदीव सरकार ने अपने तीन मंत्रियों को निलंबि​त कर दिया है.

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लक्षद्वीप के तट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो साभार: एक्स/@narendramodi)

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव की जगह देश के द्वीपीय स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील शुरू हो गई थी. इसके बाद मालदीव के नेताओं और अन्य का भारतीयों के साथ सोशल मीडिया पर विवाद हो गया था. इस क्रम में पीएम मोदी पर टिप्पणी के लिए मालदीव सरकार ने अपने तीन मंत्रियों को निलंबि​त कर दिया है.

लक्षद्वीप के तट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो साभार: एक्स/@narendramodi)

नई दिल्ली: भारत और मालदीव के बीच उपजे राजनीतिक गतिरोध के बीच विदेशी समुद्र द्वीपों/तटों पर छुट्टियां बिताने के बजाय लक्षद्वीप जैसे देश के समुद्र तटीय शहरों तथा द्वीपों पर पर्यटन बढ़ावा देने की हड़बड़ी में कुछ मशहूर भारतीय कलाकारों और एक मंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर मालदीव की तस्वीरों को लक्षद्वीप का बताते हुए पोस्ट करने का मामला सामने आया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव के खिलाफ लक्षद्वीप की वकालत करने वालों में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल थे, जिन्होंने दो तस्वीरें पोस्ट कर घरेलू पर्यटकों से भारतीय द्वीपों का पता लगाने के लिए कहा है.

इस गलती के लिए सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद पर उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया.

इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को भी तब शर्मिंदा होना पड़ा, जब उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर जो चार तस्वीरें पोस्ट की थीं, उनमें से एक फ्रेंच पॉलीनेशिया के बोरा बोरा द्वीप की थी.

7 जनवरी को एक ट्वीट में सहवाग ने कहा कि भारत में कई अज्ञात स्थलों में भारी संभावनाएं हैं और वहां के बुनियादी ढांचे के विकास की आवश्यकता है.

उन्होंने लिखा था, ‘चाहे वह उडुपी के खूबसूरत समुद्र तट हों, पोंडी में पैराडाइज बीच, अंडमान में नील और हैवलॉक तथा हमारे देश भर में कई अन्य खूबसूरत समुद्र तट हों, भारत में ऐसे कई अज्ञात स्थान हैं, जहां कुछ बुनियादी ढांचे के विकास के साथ बहुत अधिक संभावनाएं हैं.’

उन्होंने कहा, ‘भारत सभी आपदाओं को अवसर में बदलने के बारे में जानता है और मालदीव के मंत्रियों द्वारा हमारे देश और हमारे प्रधानमंत्री पर यह कटाक्ष भारत के लिए एक महान अवसर है. भारत को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने और हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होगा.’

उन्होंने आगे लोगों से अपने पसंदीदा अज्ञात खूबसूरत स्थानों के नाम बताने की भी अपील की थी.

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने गलती की ओर इशारा किया, लेकिन क्रिकेटर ने अपनी पोस्ट को डिलीट या सही नहीं किया.

इसी तरह अभिनेता रणवीर सिंह ने भी भारतीय द्वीपों पर घूमने आने जाने अपील करते हुए मालदीव तस्वीरें पोस्ट कर दी थीं. उन्होंने लिखा था, ‘आइए इस वर्ष 2024 को भारत की खोज और हमारी संस्कृति का अनुभव करने के लिए बनाएं. हमारे देश के समुद्र तटों और सुंदरता को देखने और तलाशने के लिए बहुत कुछ है.’

घूमने के लिए भारतीय द्वीपों पर जाने की अपील करने वाला अभिनेता रनवीर सिंह का ट्वीट, जिसे उन्होंने डिलीट कर दिया था.

इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने चलो इंडिया देखें (Chalo India Dekhe) और #ExploreIndianIslands  भी लिखा था. बाद में उन्होंने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया. फिर इसी बात को उन्होंने बिना तस्वीरों के साथ साझा किया है.

 

हास्य अभिनेता वीर दास ने उस अजीब स्थिति की ओर इशारा किया जहां हिंद महासागर में द्वीप समूह पर छुट्टियां मना रहे सेलेब्स विवाद के परिणामस्वरूप अपनी यात्रा को स्वीकार न करने का दबाव महसूस कर रहे हैं.

हास्य अभिनेता वीर दास ने उस अजीब स्थिति की ओर इशारा किया जहां हिंद महासागर में द्वीप समूह (मालदीव) पर छुट्टियां मना रहे फिल्मी कलाकार विवाद के परिणामस्वरूप अपनी यात्रा को स्वीकार न करने का दबाव महसूस कर रहे थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 4 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप की अपनी यात्रा की तस्वीरें एक्स पर साझा की थीं.

कई ट्वीट की श्रृंखलाओं में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा था, ‘जो लोग अपने अंदर के रोमांच को अपनाना चाहते हैं, उनके लिए लक्षद्वीप घूमने वाली सूची में होना चाहिए. अपने प्रवास के दौरान मैंने स्नॉर्कलिंग का भी प्रयास किया. यह कितना आनंददायक अनुभव था!’

साझा किए जाने के साथ ही ये तस्वीरें सोशल मीडिया और इंटरनेट पर छा गईं और कई लोगों ने मालदीव की जगह भारतीय द्वीपों की श्रृंखला (लक्षद्वीप) को एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रचारित किया. इसके बाद मालदीव के राजनेताओं, सरकारी अधिकारियों और भारतीय सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के बीच सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया था.

कूटनीतिक विवाद में तेजी से बदल रही स्थिति को देखते हुए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मालदीव सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र भारत के लोगों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए बीते रविवार (7 जनवरी) को तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया. निलंबित मंत्रियों में मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महज़ूम माजिद शामिल हैं.

इसके साथ ही मालदीव सरकार ने उन मंत्रियों और सांसदों द्वारा की गईं टिप्पणियों से भी खुद को अलग कर लिया, जो लक्षद्वीप से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों के मद्देनजर लक्षद्वीप बनाम मालदीव पर सोशल मीडिया विवाद में शामिल हुए थे.

सूत्रों ने बताया था कि रविवार को माले में भारतीय उच्चायोग ने वहां के विदेश कार्यालय के समक्ष यह मामला उठाते हुए मालदीव सरकार के कुछ मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री के बारे में की गई टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की थी.

मालूम हो कि मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी पिछले साल ‘इंडिया आउट’ चुनाव अभियान के जरिये सत्ता में आई थी.

दिसंबर 2023 में मालदीव सरकार ने भारत के साथ हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण (तटीय जल क्षेत्र का मानचित्रण) समझौता समाप्त करने की बात कही थी. मालदीव में राष्ट्रपति कार्यालय के अवर सचिव ने कहा था कि मालदीव के क्षेत्रीय जल के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण में भारत को सहयोग करने की अनुमति देने वाले द्विपक्षीय समझौते को नई सरकार ने नवीनीकृत नहीं करने का फैसला किया है. यह समझौता 7 जून 2024 को समाप्त होने वाला है.

नवंबर 2023 में राष्ट्रपति मुइज्जू ने सत्ता संभालने के अगले ही दिन औपचारिक रूप से भारत से हेलीकॉप्टर और डोर्नियर विमान के साथ तैनात भारतीय सैनिकों को वापस लौटने के लिए कह दिया था. यह उनके चुनाव अभियान के वादे का हिस्सा था.

उन्होंने सीओपी शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान भी भारतीय सेना की वापसी का मुद्दा उठाया था. दोनों पक्षों ने कहा था कि वे इस मामले पर चर्चा करने जा रहे हैं.