अरुणाचल प्रदेश: दो जातीय समुदायों के बीच झड़प के बाद नामसाई में तनाव, तीर्थयात्रा का मार्ग बदला

नामसाई ज़िला प्रशासन ने एक आदेश में कहा कि खामती समुदाय के युवाओं और आदिवासी युवाओं के बीच झड़प के कारण क़ानून और व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है. स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि ज़िले से होकर गुजरने वाली परशुराम कुंड तीर्थयात्रा मार्ग को भी बदल दिया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक/Namsai Police)

नामसाई ज़िला प्रशासन ने एक आदेश में कहा कि खामती समुदाय के युवाओं और आदिवासी युवाओं के बीच झड़प के कारण क़ानून और व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है. स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि ज़िले से होकर गुजरने वाली परशुराम कुंड तीर्थयात्रा मार्ग को भी बदल दिया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: फेसबुक/Namsai Police)

नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के नामसाई जिले में हिंसक झड़प के बाद कुछ हिस्सों में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया. यह घटना शनिवार (13 जनवरी) रात को हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इसके अलावा नामसाई से होकर गुजरने वाले एक तीर्थयात्रा मार्ग को भी बदल दिया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंसा की शुरुआत आपसी झगड़े से हुई.

उन्होंने कहा, ‘घटना रात करीब 10:30 से 11 बजे के आसपास एक निजी मामले के रूप में शुरू हुई, लेकिन फिर बढ़ गई और लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया. यह (संघर्ष) खामती समुदाय और यहां के आदिवासी लोगों के बीच था.’

उन्होंने कहा, ‘आठ लोग घायल हो गए, कुछ लोग नामसाई के जिला अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि कुछ अन्य को चिकित्सा देखभाल के लिए असम के डिब्रूगढ़ रेफर किया गया है. रविवार को कोई और हिंसा नहीं हुई, लेकिन बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोगों ने राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था, जिन्हें हमने अंतत: हटा दिया.’

एहतियात के तौर पर नामसाई जिला प्रशासन ने रविवार को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश जारी किए. आदेश के अनुसार, ‘ऑल ताई खामती सिंगफो युवाओं और नामसाई के आदिवासी युवाओं के बीच झड़प के कारण कानून और व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है.’

इसमें कहा गया है कि स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है, जो किसी भी समय भड़क सकती है और कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है.

आदेश में नामसाई के एक हिस्से में एक समय में चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने और बंदूकें, धनुष और तीर तथा लाठी जैसे घातक हथियार ले जाने पर प्रतिबंध है.

इसके अलावा असम के तिनसुकिया जिला प्रशासन, जिसकी सीमा पश्चिम में नामसाई जिले से लगती है, ने अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल, परशुराम कुंड की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों का मार्ग बदल दिया है और तीर्थयात्रियों को अगले परामर्श तक काकोपाथर-डिराक गेट मार्ग से गुजरने से बचने की सलाह दी है.