कर्नाटक: छात्रों को शौचालय साफ़ करने के लिए मजबूर करने के आरोप में प्रिंसिपल के ख़िलाफ़ केस

कर्नाटक के कलबुर्गी ज़िले में मौलाना आज़ाद मॉडल इंग्लिश स्कूल का मामला. स्कूल की प्रिंसिपल पर छात्रों से शौचालय साफ कराने के अलावा अपने बगीचे में भी काम कराने के आरोप हैं. यह घटना तब सामने आई है जब शिक्षा विभाग ने 30 दिसंबर 2023 को छात्रों से जबरन शौचालय साफ कराने पर रोक लगा दी थी.

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(प्रतीकात्मक फोटो: विकिमीडिया कॉमन्स)

कर्नाटक के कलबुर्गी ज़िले में मौलाना आज़ाद मॉडल इंग्लिश स्कूल का मामला. स्कूल की प्रिंसिपल पर छात्रों से शौचालय साफ कराने के अलावा अपने बगीचे में भी काम कराने के आरोप हैं. यह घटना तब सामने आई है जब शिक्षा विभाग ने 30 दिसंबर 2023 को छात्रों से जबरन शौचालय साफ कराने पर रोक लगा दी थी.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: Pixabay)

नई दिल्ली: कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में छात्रों से स्कूल का शौचालय साफ कराने के आरोप में सोमवार (15 जनवरी) को एक महिला प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने माता-पिता की शिकायत पर मौलाना आजाद मॉडल इंग्लिश स्कूल की प्रिंसिपल जौहर जबीना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.

शिकायत माता-पिता द्वारा दर्ज की गई थी, जिन्होंने प्रिंसिपल पर छात्रों से स्कूल में शौचालय साफ कराने और अपने आवास के बगीचे में काम कराने का आरोप लगाया है.

शिकायतकर्ता मोहम्मद जमीर ने पुलिस को बताया कि घरेलू कामकाज के लिए छात्रों के अनुचित उपयोग पर प्रिंसिपल को चेतावनी देने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ था.

रोजा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अनीस मुजावर ने बताया, ‘जमीर की शिकायत के बाद हमने आईपीसी की धारा 506 (जान से मारने की धमकी) और कर्नाटक मैनुअल स्कैवेंजर्स एंड रिहैबिलिटेशन एक्ट 2013 के तहत एफआईआर दर्ज की है.’

उन्होंने कहा कि वह मंगलवार को स्कूल का दौरा करेंगे और जांच करेंगे कि क्या अन्य छात्रों को भी उनके घर पर शौचालय साफ करने और काम करने के लिए मजबूर किया गया था.

पिछले कुछ महीनों में शिकायतकर्ता के बेटे सहित कुछ छात्रों को कथित तौर पर स्कूल के शौचालय साफ करने के लिए इस्तेमाल किया गया था.

शिकायत में यह दावा किया गया कि छात्रों को प्रिंसिपल के घर के बगीचे में काम करने के लिए भी ले जाया गया था. अभिभावकों ने चिंता व्यक्त की कि उनके बच्चों को ऐसी गतिविधियों में शामिल होना पड़ता है, जिससे उन्हें परेशानी होती है.

अभिभावक मोहम्मद जमीर ने संवाददाताओं से कहा, ‘शनिवार (13 जनवरी) को अन्य छात्रों के घर पहुंचने के बावजूद मेरा बेटा दोपहर में घर नहीं आया. मैं अपने बेटे की तलाश में स्कूल गया, लेकिन किसी ने मुझे बताया कि वह स्कूल की प्रिंसिपल के साथ गया है.’

उन्होंने कहा, ‘जब मैं प्रिंसिपल के घर गया, तो मैंने अपने बेटे को उनके घर के बगीचे में काम करते हुए पाया. मैंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.’

शिक्षा विभाग ने पिछले साल 30 दिसंबर 2023 को छात्रों से जबरन शौचालय साफ कराने पर रोक लगा दी थी.

द न्यूज़ मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना आजाद मॉडल इंग्लिश स्कूल सरकार द्वारा शुरू किया गया एक स्कूल है, जो अल्पसंख्यक निदेशालय के तहत पूरे कर्नाटक में स्थापित किया गया है.

दिसंबर 2023 में कर्नाटक सरकार ने एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें स्कूल के शौचालयों को साफ करने के लिए छात्रों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था. स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया था कि बच्चों को शौचालय साफ करने का काम सौंपे जाने के कई मामले उसके ध्यान में लाए गए हैं.

सर्कुलर में कहा गया था, ‘राज्य के सभी सरकारी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों में शौचालयों की सफाई और रखरखाव के लिए छात्रों का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.’