झारखंड के दुमका की रहने वाली प्रियंका जायसवाल 29 दिसंबर, 2023 को ही आईआईटी-कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी के लिए दाख़िला लिया था. संस्थान में बीते 11 जनवरी को एमटेक दूसरे वर्ष के छात्र और 19 दिसंबर 2023 को पोस्ट-डॉक्टोरल शोध कर रहीं एक छात्रा ने भी आत्महत्या कर ली थी.
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी-कानपुर) की 29 वर्षीय पीएचडी छात्रा प्रियंका जायसवाल ने कथित तौर पर बीते गुरुवार (18 जनवरी) को अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली.
पिछले एक महीने में संस्थान में आत्महत्या का यह तीसरा मामला है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड के दुमका की रहने वाली प्रियंका ने 29 दिसंबर 2023 को ही आईआईटी-कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी के लिए दाखिला लिया था.
एसीपी अभिषेक पांडे ने कहा कि आईआईटी अधिकारियों द्वारा सूचित किए जाने के बाद पुलिस परिसर में पहुंची, शव को नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. उन्होंने कहा कि छात्र के माता-पिता को सूचित कर दिया गया है.
अतिरिक्त डीसीपी (पश्चिम) आकाश पटेल ने कहा, ‘आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का प्रारंभिक जांच के बाद ही पता चलेगा.’
आईआईटी-कानपुर ने एक बयान जारी कर ‘असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन’ पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि संस्थान ने एक प्रतिभाशाली और होनहार युवा खो दिया है. इसमें कहा गया है, संस्थान मौत के संभावित कारण निर्धारित करने के लिए पुलिस जांच का इंतजार कर रहा है.
पुलिस के मुताबिक, शव का पता तब चला जब प्रियंका के पिता नरेंद्र जायसवाल ने हॉस्टल मैनेजर ऋतु पांडेय से संपर्क किया, क्योंकि वह सुबह से उनकी कॉल का जवाब नहीं दे रही थी.
रिपोर्ट के अनुसार, बीते 11 जनवरी को एमटेक दूसरे वर्ष के छात्र विकास कुमार मीणा (31 वर्ष) ने कथित तौर पर खराब शैक्षणिक प्रदर्शन के कारण पाठ्यक्रम से अस्थायी रूप से रोके जाने के बाद अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर ली थी.
इससे पहले 19 दिसंबर 2023 को आईआईटी-कानपुर में बायो-साइंसेज और बायो-इंजीनियरिंग विभाग से पोस्ट-डॉक्टोरल शोध कर रहीं पल्लवी चिल्का (34 वर्ष) ने भी आत्महत्या कर ली थी.