असम में राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश करने से रोके जाने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: फेसबुक/द वायर)

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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बताद्रवा थान जाने से रोक दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने बताया है कि सोमवार सुबह असम के नगांव पहुंची यात्रा के दौरान राहुल गांधी को 15वीं सदी के वैष्णव धार्मिक नेता श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान का दौरा करना था. उन्हें पहले मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा अनुमति दी गई थी, लेकिन कथित तौर पर ‘मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा के स्पष्ट निर्देशों पर’ उन्हें रोक दिया गया. राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें रोका गया जबकि बाकियों को अनुमति दी जा रही है. उन्होंने कहा कि ’11 तारीख को हमें आमंत्रण आया था, मगर फिर हमें कहा गया कि सब लोग जा सकते हैं, लेकिन राहुल गांधी नहीं जा सकते. मुझे जब भी मौक़ा मिलेगा, मैं जाऊंगा.’ काफिला रोके जाने के बाद गांधी अन्य कांग्रेस नेताओं और समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए, जो वहां भजन गाते नजर आए. करीब 10 बजे असम के कलियाबोर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विधायक सिबामोनी बोरा के साथ मंदिर का दौरा किया और बताया कि पुलिस ने एक पूर्व-नियोजित कार्यक्रम का हवाला देते हुए राहुल गांधी को अनुमति नहीं दी थी, लेकिन सच यह है कि वहां कोई कार्यक्रम नहीं था.

कर्नाटक से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा को मैसूर जिले में ग्रामीणों ने एक गांव में आयोजित मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जिले की हरोहल्ली पंचायत के अंतर्गत गुज्जेगौदानपुरा गांव में सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले यह कार्यक्रम होना था. बताया गया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा राम लला की मूर्ति को तराशने के लिए इस्तेमाल किए गए एक पत्थर के ब्लॉक का खनन एक 70 वर्षीय दलित किसान रामदास. एच द्वारा दान की गई चार गुंटा भूमि से हुआ है. रामदास के एक भाई ने अख़बार से कहा कि ग्रामीण सिम्हा से नाखुश थे क्योंकि वे पिछले साल महिषा दशहरा के समय उनके समुदाय और इसके नेताओं के खिलाफ बोलते नजर आए थे और उनके इशारे पर कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. ग्रामीणों की नाराजगी के बीच प्रताप सिम्हा कुछ ही मिनटों में वहां से लौट गए थे. हालांकि, बाद में उन्होंने मीडिया से कहा कि ऐसा करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता थे.

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले विभिन्न राज्यों में झड़पें देखी गईं और मध्य प्रदेश में एक चर्च पर भगवा झंडा लगा दिया गया.  स्क्रॉल के मुताबिक, मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के राणापुर के दबतलाई गांव में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने वाले लोगों का एक समूह एक चर्च के ऊपर चढ़ गया और भगवा झंडे लगा दिए. सबरंग इंडिया वेबसाइट की एक रिपोर्ट बताती है कि महाराष्ट्र के मीरा भायंदर-वसई विरार क्षेत्र स्थित नया नगर में निकाले जा रहे एक धार्मिक जुलूस के दौरान विभिन्न धर्मों से संबंधित समूहों के बीच कुछ झड़पें हुईं. एक और घटना गुजरात के मेहसाणा जिले से सामने आई, जहां अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर ‘शोभा यात्रा’ निकाली जा रही थी.

गुजरात दंगों के दौरान बिलकीस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या के दोषियों ने रविवार (21 जनवरी) रात गोधरा जेल में सरेंडर कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने बीते 8 जनवरी को इन 11 दोषियों की समय-पूर्व रिहाई को खारिज करते हुए कहा था कि गुजरात सरकार के पास उन्हें समय से पहले रिहा करने की शक्ति नहीं है. उनकी रिहाई का आदेश रद्द करते हुए अदालत ने दोषियों को दो हफ्ते के अंदर वापस जेल में सरेंडर करने को कहा था. इन लोगों ने  कोर्ट से आत्मसमर्पण के लिए और समय देने की गुहार भी लगाई थी, लेकिन बीते 19 जनवरी को अदालत ने उनकी इस मांग को अस्वीकार कर दिया था. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, ये दोषी रविवार आधी रात से कुछ समय पहले दो अलग-अलग वाहनों में दाहोद जिले के सिंगवाड़ से पंचमहल जिले के गोधरा उप-जेल पहुंचे थे.

उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 60 हज़ार कॉन्स्टेबल पदों के लिए निकाली गई भर्ती को लेकर 50 लाख से अधिक युवाओं ने आवेदन किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, भर्ती प्रक्रिया 27 दिसंबर, 2023 को शुरू हुई  है. उत्तर प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भर्ती के लिए आवेदन बंद करने के समय 50.14 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. सभी आवेदकों में से 15 लाख महिलाएं हैं, जिन्होंने 12,000 आरक्षित सीटों के लिए आवेदन किया है. पुरुष आवेदकों की संख्या 35 लाख है. एक पद के लिए लगभग 83 दावेदार हैं.