यह घटना 24 जनवरी सुबह दक्षिण मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा पर हुई. असम राइफल्स ने एक बयान में कहा है कि घटना में घायल सभी छह जवान ग़ैर-मणिपुरी हैं. उन्हें इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. बयान में कहा गया गोलीबारी की इस घटना का राज्य की जातीय हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है.
नई दिल्ली: दक्षिण मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा के पास असम राइफल्स के एक जवान द्वारा बुधवार (24 जनवरी) सुबह कथित तौर पर खुद को मारने से पहले अपने छह सहयोगियों पर गोली चलाने का मामला सामने आया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब जवान छुट्टी के बाद चुराचांदपुर स्थित अपने घर से काम पर लौटा था. बुधवार की सुबह जवान ने एक हथियार उठाया और कथित तौर पर अपने सहयोगियों पर गोलीबारी की, जिसमें छह घायल हो गए. फिर उसने खुद को गोली मारने के लिए उसी हथियार का इस्तेमाल किया.’
द वायर को पता चला है कि जवान कुकी समुदाय से है. मणिपुर 3 मई 2023 से जातीय हिंसा की चपेट में है. असम राइफल्स ने एक बयान में कहा है कि गोलीबारी की इस घटना का जातीय हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है.
मणिपुर पुलिस द्वारा सोशल साइट एक्स पर साझा किए गए बयान में कहा गया है, ‘दक्षिण मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा के करीब तैनात असम राइफल्स बटालियन के एक जवान द्वारा गोलीबारी की घटना की गई है. एक जवान ने अपने साथियों पर गोली चला दी, जिससे उनमें से छह घायल हो गए (सभी घायल गैर-मणिपुरी हैं); बाद में आरोपी जवान ने खुद को भी गोली मार ली. सभी घायलों को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.’
From PRO of IG AR (s):
There has been an incident of firing by an Assam Rifles Jawan in an ASSAM RIFLES BATTALION deployed close to the Indo – Myanmar border in South Manipur.
One Assam Rifles Jawan opened fire on his colleagues injuring six of them (all injured are…
— Manipur Police (@manipur_police) January 24, 2024
बयान के अनुसार, ‘मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष के मद्देनजर किसी भी संभावित अफवाहों को दूर करने और किसी भी अटकल से बचने के लिए घटना का विवरण पारदर्शी रूप से साझा करना महत्वपूर्ण है. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को चल रहे संघर्ष से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, इस तथ्य को देखते हुए कि घायलों में से कोई भी मणिपुर से नहीं है. तथ्यों का पता लगाने के लिए घटना की जांच का आदेश दिया गया है.’
आगे कहा गया, ‘असम राइफल्स की सभी बटालियनों में मिश्रित वर्ग के लोग शामिल हैं, जिसमें मणिपुर के विभिन्न समुदायों के लोग भी हैं. मणिपुर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए समाज के ध्रुवीकरण के बावजूद सभी कर्मचारी एक साथ रह रहे हैं और काम कर रहे हैं.’