राहुल गांधी को अभी गिरफ़्तार नहीं करेंगे, लोकसभा चुनाव के बाद तक इंतज़ार करेंगे: असम के सीएम

असम में बीते 23 जनवरी को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में राज्य पुलिस द्वारा अवरोध खड़ा किए जाने के बाद टकराव की स्थिति बन गई थी. यात्रा को लेकर एक एफ़आईआर दर्ज की गई है. इसे लेकर राहुल ने कहा है कि चाहे जितने केस दर्ज हो जाएं, वे डरेंगे नहीं. उन्होंने असम सीएम को देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री क़रार दिया.

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हिमंता बिस्वा शर्मा और राहुल गांधी. (फोटो साभार: फेसबुक)

असम में बीते 23 जनवरी को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में राज्य पुलिस द्वारा अवरोध खड़ा किए जाने के बाद टकराव की स्थिति बन गई थी. यात्रा को लेकर एक एफ़आईआर दर्ज की गई है. इसे लेकर राहुल ने कहा है कि चाहे जितने केस दर्ज हो जाएं, वे डरेंगे नहीं. उन्होंने असम सीएम को देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री क़रार दिया.

हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने बीते बुधवार (24 जनवरी) को कहा कि राज्य की पुलिस कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा चुनावों के बाद गिरफ्तार करेगी. उनका यह बयान ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में भाग लेने वाले लोगों और असम पुलिस के बीच टकराव के बाद राहुल और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के एक दिन बाद आया है.

इधर राहुल गांधी ने बरपेटा में एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान कहा है कि जितना हो सके उनके खिलाफ केस दर्ज करो. भाजपा-आरएसएस उन्हें डरा नहीं सकते. उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की आलोचना करते हुए उन्हें देश का ‘सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री’ करार दिया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बुधवार को असम पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जीपी सिंह ने कहा कि मामला राज्य सीआईडी को स्थानांतरित कर दिया गया है और ‘संपूर्ण और गहन जांच के लिए’ एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा.

मुख्यमंत्री ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘हम उन्हें लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार करेंगे, अगर हम अभी ऐसा (गिरफ्तार) करते हैं तो इसका बहुत राजनीतिकरण हो जाएगा. अभी एसआईटी अपनी जांच करेगी. कल यह देखते हुए बड़ी घटना हो सकती थी कि कैसे उन्होंने भीड़ को बैरिकेड तोड़ने के लिए उकसाया था. लोकसभा चुनाव से पहले हम कुछ ज्यादा नहीं करेंगे, क्योंकि हम वैसे भी असम से जीतेंगे और यहां बहुत अधिक राजनीतिक शोर मचाने का कोई मतलब नहीं है. यह बेहतर है, अगर राज्य शांतिपूर्ण रहे.’

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मंगलवार (23 जनवरी) को असम में छठा दिन था, जो प्रतिभागियों और राज्य तंत्र के बीच टकराव का गवाह रही. यात्रा को गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था, जो वह मंगलवार को करने वाली थी.

जब राजमार्ग से गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने वाली सड़क पर उनका सामना बैरिकेड्स और पुलिस से हुआ, तो प्रतिभागियों ने अवरोध तोड़ दिया और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पीछे धकेल दिया. अंतत: यात्रा राजमार्ग पर चलती रही और शहर में प्रवेश नहीं किया.

उस दिन पुलिस ने आपराधिक साजिश, गैर-कानूनी जमावड़ा, दंगा, सार्वजनिक रास्ते में बाधा डालना, किसी लोक सेवक को कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल प्रयोग करना, लोक सेवक को नुकसान पहुंचाना और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की थी.

एफआईआर में ‘अज्ञात’ को आरोपी के रूप में नामित किया गया है, लेकिन राहुल गांधी, जीतेंद्र सिंह, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी, कन्हैया कुमार, गौरव गोगोई, देबब्रत सैकिया, भूपेन बोरा, जाकिर हुसैन सिकदर और रमेन कुमार शर्मा का नाम नेतृत्व करने वाले लोगों के रूप में हैं, जब इस यात्रा ने मेघालय से असम में प्रवेश किया था.

एफआईआर में कहा गया है, ‘वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा उकसाए, नेतृत्व और भाग लेने वाली भीड़ ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़कर जीएस रोड की ओर बलपूर्वक रास्ता बदल दिया और वैध कर्तव्य निभा रहे पुलिसकर्मियों पर हमला किया. हालांकि, पुलिस ने नेताओं और भीड़ को समझाने की कोशिश की, तो नेताओं ने साफ इनकार कर दिया और भीड़ को बैरिकेड तोड़ने और मार्ग बदलने के लिए भड़काऊ शब्दों के साथ उकसाया.’

इसमें बताया गया है कि घटना में पांच पुलिसकर्मी घायल हुए थे.

जितने केस दर्ज कर सकते हो, करो. मैं डरूंगा नहीं: राहुल गांधी

बुधवार को कांग्रेस ने निचले असम के बरपेटा और धुबरी जिलों में अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ जारी रखी. इस दौरान राहुल गांधी ने बरपेटा में एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान कहा, ‘जितना हो सके मेरे खिलाफ केस दर्ज करो. भाजपा-आरएसएस मुझे डरा नहीं सकते.’

इंडियन एक्सप्रेस की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बरपेटा जिले में यात्रा के सातवें दिन अपनी पहली सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की आलोचना की और उन्हें जमीन और सुपारी से जुड़े कई आरोपों के साथ देश का ‘सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री’ करार दिया.

उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे नहीं पता कि हिमंता बिस्वा शर्मा को यह विचार कैसे आया कि वह केस दर्ज करके मुझे डरा सकते हैं. जितने हो सके उतने केस दर्ज करो. 25 और केस लगा दो, मैं डरने वाला नहीं हूं. भाजपा-आरएसएस मुझे डरा नहीं सकते.’

राहुल ने कहा, ‘मैंने (नरेंद्र) मोदी के खास दोस्त (गौतम) अडानी के खिलाफ भाषण दिया और मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया. फिर मुझे संसद से बाहर निकाल दिया और मेरा सरकारी आवास छीन लिया. मैंने स्वयं चाबियां दे दीं, मुझे यह नहीं चाहिए. मेरा घर हर भारतीय नागरिक के दिल में है, मैं वहीं रहता हूं. मेरे पास असम, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और अन्य सभी राज्यों में लाखों घर हैं.’

यह आरोप लगाते हुए कि असम में भ्रष्टाचार की झड़ी लगी हुई है, राहुल ने हिमंता बिस्वा शर्मा को देश का ‘सबसे भ्रष्ट सीएम’ करार दिया.

राहुल ने कहा, ‘वह आपसे बात करते हुए आपकी जमीन चुरा लेते हैं. जब आप सुपारी चबाते हैं तो वह सुपारी के कारोबार पर कब्जा कर लेते हैं. वह आपकी जेब से पैसा चुराते हैं. उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी जमीन ली है.’

असम के मुख्यमंत्री की पत्नी के स्वामित्व वाले मीडिया समूह का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि टीवी मीडिया वही दिखाता है, जो शर्मा राज्य में चाहते हैं.

उन्होंने दावा किया, ‘शर्मा को अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जाता है. अगर कोई अमित शाह के खिलाफ कुछ भी कहता है तो शर्मा उसे दो मिनट के अंदर बाहर कर देते हैं. तरुण गोगोई भी सीएम थे, लेकिन उन्होंने वही किया जो असम चाहता था.’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस असम की भाषा, संस्कृति और इतिहास को मिटा देना चाहते हैं. वे असम को नागपुर से चलाना चाहते हैं, लेकिन हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. असम को असम से ही चलाया जाएगा.

राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और शर्मा के दिल ‘नफरत से भरे हुए हैं.’

उन्होंने कहा, ‘एचबीएस (हिमंता बिस्वा शर्मा का संक्षिप्त नाम) अपने दिल में नफरत के साथ जागते हैं. वह दुनिया में सभी लोगों से नफरत करते हैं. वह 24 घंटे नफरत और डर की बातें करते हैं. लड़ाई उनके खिलाफ नहीं है, बल्कि उनके दिल में भरी नफरत के खिलाफ है.’

यह कहते हुए कि नफरत, नफरत को नहीं हरा सकती, राहुल गांधी ने सभी से नफरत को खत्म करने के लिए प्यार का इस्तेमाल करने की अपील की.

उन्होंने कहा, ‘नफरत के पीछे डर छिपा होता है. ये लोग नफरत और डर फैलाते हैं और हम प्यार फैलाते हैं. भाजपा-आरएसएस एक धर्म को दूसरे धर्म से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं.’

राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस की विचारधारा ने कई महीनों से मणिपुर को जला रखा है, अब भी लोग मारे जा रहे हैं और घरों में आग लगा दी गई है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने आज तक राज्य का दौरा नहीं किया है.

राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी. 20 मार्च को यह मुंबई में समाप्त होगी. यात्रा का असम चरण, जो 18 जनवरी को शुरू हुआ था, 25 जनवरी तक जारी रहेगा. यह 17 जिलों में 833 किमी की यात्रा है. इसके तहत कांग्रेस की 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने की योजना है.

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