रीवा ज़िले का मामला. गणतंत्र दिवस के दिन एक सरकारी स्कूल में ध्वजारोहण समारोह के बाद बच्चों को पूड़ी-सब्जी और लड्डू परोसे गए थे, जिसे खाने के बाद कइयों की तबियत बिगड़ने लगी. सीएमएचओ ने कहा है कि खाद्य सामग्री का सैंपल लेकर जांच करवाई जाएगी, जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के एक सरकारी स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह के बाद भोजन करने के बाद संदिग्ध फूड पॉइजनिंग के कारण कम से कम 58 बच्चे बीमार पड़ गए. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने बताया कि उनमें से ज्यादातर की हालत स्थिर है जबकि एक छात्रा को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. केएल नामदेव ने कहा कि सिरमौर क्षेत्र के पडरी स्थित स्कूल में ध्वजारोहण समारोह के बाद बच्चों को पूड़ी-सब्जी और लड्डू परोसे गए थे.
उन्होंने कहा, ‘खाना खाने के बाद उनमें से कइयों को बेचैनी महसूस हुई और कुछ को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी.’
बच्चों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. डॉ. नामदेव ने बताया कि एक लड़की की हालत गंभीर होने पर उसे रीवा के सरकारी संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि बाकी बच्चों की हालत स्थिर है और बेहतर इलाज के लिए कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल और सरकारी श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एक टीम को बुलाया गया है.
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, मौके पर पहुंची स्वास्थ्य टीम ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि पूड़ी बनाने के लिए जिस डालडा का इस्तेमाल किया गया था वह एक्सपायरी डेट का था. हालांकि, बच्चे किस कारण से फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए इसका पता लगाया जा रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, खाना उदय मिष्ठान्न भंडार, बैकुंठपुर से लाया गया था. जांच टीम ने मिष्ठान्न भंडार से सभी खाद्य सामग्री को जब्त किया है.
नामदेव ने कहा कि खाने की सामग्री का सैंपल लेकर उसकी जांच करवाई जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.