गुजरात के अमरेली जिला में स्थित वर्सादा गांव के 25 वर्षीय सरपंच जयसुख मदहद की तीन लोगों द्वारा हत्या कर दी गई है.
गुजरात में एक दलित सरपंच की तीन लोगों द्वारा हत्या कर दी गई है. अमरेली जिला में स्थित वर्सादा गांव के 25 वर्षीय सरपंच जयसुख मदहद को मंगलवार रात तीन लोगों ने लोहे की छड़ और धारदार हथियारों से मार डाला.
घटना के बाद दलित समुदाय के लोगों ने आरोपियों को जेल में भेजे जाने तक शव लेने से इंकार कर दिया. वहीं, पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जयसुख पिछले साल गांव के सरपंच बने थे. अमरेली पुलिस अधीक्षक राजेश परमार के अनुसार जयसुख की हत्या का कारण चुनावी रंजिश हो सकता है, जिसकी जांच वो कर रहें हैं.
अमरेली जिला के एसपी जगदीश पटेल का कहना है, ‘जयसुख को पिछले साल चुनाव लड़ने पर धमकी मिली थी. हमने हत्या के मुख्य आरोपी दीप दधल को गिरफ्तार कर लिया है. इसके दो भाई युवी दधल और मधु वाला फिलहाल फ़रार हैं और हम उनके तलाश में जुटे हैं.’
अमरेली के एससी और एसटी सेल के डिप्टी एसपी ने अनुसार जयसुख को कथित आरोपियों ने मिलने के लिए बुलाया. फिर नुकीले हथियारों से हमला कर दिया था. घायल अवस्था में उन्हें अमरेली सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
अमरेली पुलिस ने फिलहाल कथित आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं. तीनों आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 34 (समान मंशा से कई लोगों द्वारा किया गया कृत्य) और एससी और एसटी (अत्याचार रोकथाम) कानून की धारा तीन (दो)(पांच) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि गुजरात में दलितों पर हमला होना कोई नई घटना नहीं है. पिछले साल ऊना में गौरक्षकों द्वारा चार दलित युवकों की सड़क पर बर्बरता से पिटाई की गई थी, जिसने गुजरात में एक बड़े दलित आंदोलन को जन्म दिया था.
ऊना दलित आंदोलन का नेतृत्व करने वाले जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट किया ‘ गुजरात में 12 घंटे में 2 दलितों की हत्या हुई है. जयसुख ने सरपंच बनाने की हिम्मत दिखाई थी, इसलिए उनकी हत्या हुई है.’
https://twitter.com/jigneshmevani80/status/836870134841081856
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार, गुजरात में 2016 में 1,355 दलित उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए हैं.