ईरान ने इज़रायल पर सैकड़ों मिसाइल छोड़ीं, भारत ने ‘संयम बरतने’ की अपील की

ईरान ने शनिवार देर रात इज़रायल पर विस्फोटक ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है.

ईरानी मिसाइल. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Hossein Velayati/Wikimedia Commons. CC BY-SA 4.0.)

नई दिल्ली: ईरान ने शनिवार (13 अप्रैल) देर रात इज़रायल पर विस्फोटक ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं. ख़बरों में इसे इज़रायल पर ईरान का पहला सीधा हमला बताया गया.

इस बीच भारत ने ईरान-इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए एक बयान जारी कर दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय का यह बयान ईरान द्वारा इज़रायल पर ड्रोन, बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइल के हमले के कुछ घंटों बाद आया. इससे पहले सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में एक वरिष्ठ जनरल सहित 12 लोग मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण किया था.

इस संबंध में भारत के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा, ‘हम इज़रायल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी बेहद चिंतित हैं. इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है. हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं.

बयान में ये भी कहा गया कि यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे.

इस दौरान, ताज़ा हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि इज़रायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर अपडेट के लिए मैं अभी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मिला, ईरान और उसके प्रतिनिधियों से खतरों के खिलाफ इज़रायल की सुरक्षा के लिए हम इज़रायल के साथ खड़े है.

ज्ञात हो कि इससे पहले भारत ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर मौजूदा स्थिति को देखते हुए अपने नागरिकों को ईरान और इज़रायल न जाने की सलाह दी थी.

इज़रायल में लगभग 18,000 भारतीय रहते और काम करते हैं. इस महीने की शुरुआत में लगभग 600 भारतीय कामगार वहां पहुंचे थे.

इज़रायल और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच शनिवार को ईरानी कमांडो ने 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों को ले जा रहे एक इज़रायल संबद्ध कंटेनर जहाज को जब्त कर लिया था. ये पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव की ताजा घटना है.

सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी के अनुसार, ईरान के अर्द्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्य एक हेलीकॉप्टर से होर्मुज जलडमरूमध्य के पास पुर्तगाली ध्वज वाले ‘एमएससी एरीज़’ जहाज पर उतरे और जहाज को अपने कब्जे में ले लिया. ये जहाज ईरान की ओर जा रहा था.

यह जब्ती इस महीने सीरिया के दमिश्क में एक ईरानी वाणिज्य दूतावास की इमारत पर एक संदिग्ध इज़रायली हमले के बाद हुई, जिसमें एक वरिष्ठ गार्ड जनरल सहित 12 लोग मारे गए थे. उस समय ईरान ने हमले का बदला लेने की की बात कही थी.

यह जहाज लंदन स्थित ज़ोडियाक मैरीटाइम से जुड़ा है, जो इज़रायली अरबपति इयाल ओफ़र के ज़ोडियाक समूह का हिस्सा है. जिनेवा स्थित एमएससी ने बाद में जब्ती की बात स्वीकार की और कहा कि जहाज पर चालक दल के 25 सदस्य सवार थे. आईआरएनए ने कहा कि रिवोल्यूशनरी गार्ड की नौसेना की एक विशेष इकाई ने जहाज पर हमला किया था.

भारत में सूत्रों ने कहा है कि विमान में 17 भारतीय नागरिक हैं और अधिकारी भारतीयों की सुरक्षा और शीघ्र रिहाई के लिए तेहरान के संपर्क में हैं.

नई दिल्ली में एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘हमें पता है कि ईरान ने एक मालवाहक जहाज ‘एमएससी एरीज़’ को अपने नियंत्रण में ले लिया है. हमें पता चला है कि जहाज पर 17 भारतीय नागरिक सवार हैं. हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए ईरानी अधिकारियों से तेहरान और दिल्ली दोनों जगह राजनयिक चैनलों के माध्यम से संपर्क में हैं.

द वायर ने इस संबंध में बताया था कि भारत ने ईरानी सशस्त्र बलों द्वारा इज़रायल से जुड़े कंटेनर जहाज की जब्ती मामले में ईरान से संपर्क कर 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की जल्द रिहाई की मांग की है.

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