नई दिल्ली: महाराष्ट्र के नागपुर में बुधवार (17 अप्रैल) को रामनवमी जुलूस के दौरान झंडा फाड़ने की अफवाह पर दो समूह आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे पर पथराव किया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने शहर के महादुला इलाके में झड़प के सिलसिले में दोनों समूहों के लगभग 150 लोगों पर मामला दर्ज किया है और 24 को गिरफ्तार किया है.
द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, जब रामनवमी का जुलूस इलाके से गुजर रहा था तो दो समूहों के बीच टकराव के बाद तनाव उत्पन्न हो गया. हालांकि पुलिस ने हस्तक्षेप किया, लेकिन दोनों समूह आपस में भिड़ गए और पथराव किया.
उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. दो गुटों में भिड़ंत के बाद तनाव फैल गया. अधिकारियों ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी के बाद हुई झड़प में कई घायल
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 17 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर में एक मस्जिद के पास से रामनवमी का जुलूस रामनवमी जुलूस गुजरने के दौरान झड़पें हुईं, जिसमें दो नाबालिगों और कई पुलिसकर्मियों सहित 18 लोग घायल हो गए और कई दुकानें क्षतिग्रस्त कर दी गईं.
सूत्रों ने बताया कि दो समूहों को टकराव से बचाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि 20 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
घायलों में स्थानीय शक्तिपुर पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी भी शामिल हैं, जबकि कई अन्य लोगों के हाथ और पैर पर गहरी चोटें आई हैं. पुलिस ने कहा कि कुछ चोटें देसी बम के टुकड़ों के कारण हो सकती हैं.
कुछ घायलों को इलाज के लिए मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रामनवमी जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने मस्जिद पर तलवारें लहराईं और कीचड़ फेंके, जिसके कारण झड़पें हुईं.
हालांकि, अन्य लोगों ने दावा किया कि जुलूस पर बिना चेतावनी के हमला किया गया. उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बलों के पहुंचने से पहले मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी और उन पर हमला कर दिया गया.
तीन दिन पहले इसी क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने सोमवार (15 अप्रैल) को मुर्शिदाबाद के डीआइजी मुकेश का तबादला कर दिया और उनकी जगह रजा को नियुक्त किया.
मालूम हो कि पिछले वर्ष रामनवमी के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में को हिंसा और झड़प की घटनाएं देखी गईं थीं. पुलिस ने बताया था कि देश भर में रामनवमी के जुलूसों के दौरान हिंसा और झड़प की घटनाओं में कम से कम 22 लोग घायल हो गए थे और 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया थे.
28 मार्च 2023 की रात महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पालधी में एक मस्जिद के सामने डीजे के साथ एक धार्मिक जुलूस निकाले जाने के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. पुलिस ने बताया था कि इस संबंध में दो एफआईआर दर्ज की गई थी, इसमें हिंदू समुदाय के 9 और मुस्लिम समुदाय से 63 लोगों को नामजद किया गया था. वहीं, 56 लोग गिरफ्तार किए गए थे.
इस घटना के बाद अज्ञात लोगों द्वारा एक प्रतिमा को तोड़े जाने के बाद जलगांव जिले के ही अतरवाल गांव में दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. इस संबंध में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया था.
बिहार और पश्चिम बंगाल में भी इस दौरान सांप्रदायिक झड़पों की खबरें थीं. बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ में भी हिंसा की घटनाएं हुई थीं. 1 अप्रैल 2023 की रात बिहार शरीफ में दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी. लड़का सब्जी खरीदने निकला था जब गोलीबारी की चपेट में आ गया था.
3 अप्रैल 2023 को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा में रामनवमी की दो रैलियों को रोके जाने के बाद फिर से झड़पें हुई थीं. दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात राज्यों से भी दो समुदायों के बीच तनाव की खबरें आई थीं.